स्तन कैंसर या ब्रेस्ट कैंसर आज के समय में महिलाओं में होने वाली सबसे आम समस्या बन चुका है। बीते कुछ सालों में इस गंभीर बीमारी के मामले तेजी से बढ़े हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ये ब्रेस्ट सेल में शुरू होता है और फिर अन्य प्रकार के कैंसर के तरह ही स्तन कैंसर भी समय के साथ शरीर में फैलता चला जाता है। ऐसे में ब्रेस्ट कैंसर को भी शुरुआती समय पर पकड़ लेना और इसका सही इलाज करना बेहद जरूरी हो जाता है।
वहीं, एक अच्छी बात यह है कि महिलाएं घर पर भी कुछ आसान स्टेप्स फॉलो कर सेल्फ ब्रेस्ट एग्जाम प्रक्रिया से स्तन में कैंसर की गांठ का पता लगा सकती हैं। इसी कड़ी में यहां हम आपको ब्रेस्ट कैंसर एग्जामिनेशन का स्टेप-बाय-स्टेप तरीका बता रहे हैं, जिसे फॉलो कर आप स्थिति को अंधिक गंभीर होने से रोक सकती हैं। इससे पहले जान लेते हैं कि स्तन कैंसर के लिए सेल्फ ब्रेस्ट टेस्ट करने का सही समय क्या है-
क्या है सही समय?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ब्रेस्ट कैंसर का संदेह होने पर सेल्फ ब्रेस्ट टेस्ट करने का सबसे अच्छा समय पीरियड के 1 सप्ताह बाद का है। इतना ही नहीं, एक्सपर्ट्स पूरी तरह से स्वस्थ महिलाओं को भी हर महीने में एक बार इस तरह का एग्जामिनेशन करने की सलाह देते हैं। वहीं, जिन महिलाओं को पीरियड्स नहीं होते हैं या कोई महिला मेंनोपॉज से गुजर रही है, तो वे महीने का कोई भी एक दिन तय कर सकती हैं और फिर हर महीने उसी तारीख को ये एग्जामिनेशन कर सकती हैं।
कैसे करें टेस्ट?
स्टेप नंबर 1
- सबसे पहले कपड़े उतारकर शीशे के सामने खड़ी हो जाएं।
- अब, पहले अपने हाथों को साइड में रखकर ब्रेस्ट को गौर से देंखें।
- इसके बाद हाथों को सिर के पीछे ले जाएं और एक बार फिर ब्रेस्ट को हर एंगल से देखें।
- इस दौरान अगर आपको अपने ब्रेस्ट के आकार में अंतर नजर आ रहा है, निपल्स अंदर की ओर मुड़े हुए नजर आ रहे हैं, ब्रेस्ट पर किसी तरह का गड्ढा या डिंपल नजर आ रहा है या स्तन की स्किन पर झुर्रियां दिख रही हैं, तो अधिक समय गवाए डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
बता दें कि आपकी दोनों ब्रेस्ट के साइज में कुछ फर्क हो सकता है और ये स्थिति पूरी तरह सामान्य है। इससे अलग ब्रेस्ट के आकार का बदलना सही संकेत नहीं है।
स्टेप नंबर 2
- 1 स्तन को 4 बराबर भाग में बांट लें। आप चाहें तो इस दौरान पेन की मदद से मार्क भी कर सकती हैं।
- अब, हर एक भाग को अपने हाथों से स्क़वीज करें। इस दौरान अगर आपको किसी हिस्से पर सूजन या गांठ जैसा महसूस हो, तो डॉक्टर से सलाह लें। हर महीने ये टेस्ट करने पर आप किसी भी परिवर्तन या लम्प को नोटिस कर सकती हैं।
- इससे अलग अगर किसी पॉइंट पर आपको ब्रेस्ट में दर्द महसूस हो, तो उस पर भी ध्यान दें।
स्टेप नंबर 3
- निप्पल को हल्का दबाकर देखें। ऐसा करने पर अगर कोई डिस्चार्ज हो, तो उसे भी नजरअंदाज न करें।
- अगर ब्रेस्ट की स्किन किसी जगह से हार्ड लग रही है, तो उस पर भी ध्यान दें। खासकर, अगर निप्पल से इर्द-गिर्द किसी तरह का कोई बदलाव दिख रहा है तो उसे जरूर नोटिस करें।
स्टेप नंबर 4
हर महीने शीशे के सामने खड़ी होकर ब्रेस्ट को गौर से देखें। इस दौरान अगर आपको स्तन के रंग में बदलाव नजर आए या स्किन का टेक्सचर कुछ अलग लगे तो इसे भी नोट कर लें।
इस तरह 4 आसान स्टेप्स फॉलो कर आप समय रहते स्तन कैंसर के लक्षणों को पहचानकर स्थिति को अधिक गंभीर होने से रोक सकती हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।