तुलसी (Holy Basil) को आयुर्वेद में जीवनदायिनी पौधा कहा गया है। इसके पत्तों से बना पानी शरीर को डिटॉक्स करने, इम्यूनिटी बढ़ाने और कई तरह की बीमारियों से बचाने में मदद करता है। तुलसी के पानी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इसे एक प्राकृतिक औषधि बनाते हैं। सुबह खाली पेट तुलसी के पत्तों का पानी पीने से शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं, पाचन सुधरता है और दिनभर ऊर्जा बनी रहती है। यह लिवर और किडनी को भी साफ करने में मदद करता है। इम्यूनिटी को स्ट्रांग करने में ये पानी बेहद असरदार साबित होता है।
वर्धा आयुर्वेद में डॉक्टर सुभाष गोयल ने बताया तुलसी की 10-12 पत्तियां कांच की बोतल में डाल दें तो आपका पानी एल्कलाइन बन जाएगा। ये पानी आप पूरा दिन पिएं आपकी बॉडी डिटॉक्स होगी। ये पत्ते शारीरिक और मानसिक सेहत को दुरुस्त करते हैं। इन पत्तियों का सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और बॉडी का बार-बार बीमार होने का खतरा कम होता है। आप तुलसी का पानी सुबह-सुबह पिएं तो आपकी बॉडी को फायदा होगा।
बदलते मौसम में लोग सर्दी-खांसी और बलगम से परेशान रहते हैं, बोलते बोलते गल रौंदता है ऐसे में अगर तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालकर उससे गरारे करें तो गले की खराश, बलगम और गले के इंफेक्शन से बचाव होता है। आइए जानते हैं कि तुलसी के पानी से गरारे करने से सेहत को कौन कौन से फायदे होते हैं।
गले के इंफेक्शन से मिलती है राहत
तुलसी में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, अगर इतने गुणों से भरपूर तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर उससे गरारे करें तो गले की सूजन, गले की खराश और दर्द में तुरंत आराम मिलता है। यह गले के बैक्टीरिया को मारता है और संक्रमण से बचाव करता है।
सर्दी खांसी में मिलती है राहत
सर्दी-जुकाम के दौरान तुलसी पानी से गरारे करने से गले की जलन और बलगम कम होता है। यह गले की नमी बनाए रखता है और बलगम को ढीला करके खांसी को कम करता है।
आवाज होती है साफ
जो लोग ज्यादा बोलते हैं जैसे टीचर, गायक या स्पीकर उनके लिए तुलसी पानी से गरारा करना बेहद फायदेमंद है। यह गले की मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और आवाज को साफ और मधुर बनाता है।
मुंह की दुर्गंध और ओरल इंफेक्शन होता है दूर
तुलसी पानी से गरारे करने से मुंह के बैक्टीरिया खत्म होते हैं, जिससे मुंह की दुर्गंध, मुंह के छाले और मसूड़ों की सूजन जैसी समस्याएं दूर होती हैं। यह एक तरह का प्राकृतिक माउथवॉश है।
इम्यूनिटी को मजबूत करता है
तुलसी के पत्तों में मौजूद फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं। रोजाना तुलसी पानी से गरारे करने की आदत सर्दियों में संक्रमण से बचाव करती है।
