प्रोटीन डाइट हमारी बॉडी के लिए बेहद जरूरी है। प्रोटीन हमारे शरीर के हर हिस्से की ग्रोथ, रिपेयर और मेंटेनेंस में अहम भूमिका निभाता है। प्रोटीन डाइट मांसपेशियों की मजबूती और ग्रोथ, ऊतकों के रिपेयर, एंजाइम और हार्मोन के निर्माण, इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाने के लिए, वजन को कंट्रोल करने के लिए, स्किन बालों और नाखूनों के लिए जरूरी है। ये प्रोटीन प्लांट बेस फूड और एनिमल बेस्ड फूड्स से प्राप्त होता है। प्रोटीन न केवल शरीर को एनर्जी देता है, बल्कि ओवर ऑल हेल्थ में भी सुधार करता है। प्रोटीन और फाइबर रिच डाइट हमारी भूख को शांत करती है और बॉडी को हेल्दी रखती है।
श्री रामचन्द्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, चेन्नई के क्लिनिकल न्यूट्रीनिस्ट और लेक्चरर सी वी ऐश्वर्या के मुताबिक पनीर और छोले जैसे हाई प्रोटीन फूड हंगर हार्मोन को विनियमित करते हैं और भूख को शांत करते हैं। प्रोटीन डाइट ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने,अचानक वृद्धि और दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करती हैं। एस्टर सीएमआई हॉस्पिटल, बैंगलोर की प्रमुख क्लिनिकल न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स एडविना राज ने बताया प्रोटीन डाइट सेहत के लिए बेहद उपयोगी है लेकिन इस डाइट का पाचन सबके लिए एक जैसा नहीं होता।
अक्सर लोगों को प्रोटीन डाइट को पचाने में परेशानी होती है। प्रोटीन डाइट का सेवन करने के बाद अक्सर लोगों को पेट में दर्द, पेट में भारीपन, ब्लोटिंग, गैस की दिक्कत होती है। कुछ लोगों को प्रोटीन डाइट का सेवन करने के बाद थकान, मांसपेशियों की कमजोरी और वजन कम होने की भी शिकायत हो सकती है जो प्रोटीन का अवशोषण नहीं होने के साफ संकेत हैं।
बॉडी में प्रोटीन का पाचन नहीं होने पर बॉडी में दिखने वाले लक्षण
ब्लोटिंग या गैस होना
जिन लोगों को प्रोटीन डाइट का सेवन करने के बाद गैस और ब्लोटिंग होती है तो ये साफ संकेत है कि आपको प्रोटीन पूरी तरह से पच नहीं पाता है। प्रोटीन फूड जब पचता नहीं तो यह आंत में किण्वन कर सकता है जिससे गैस और ब्लोटिंग हो सकती है।
खाने के बाद थकान होना
हाई प्रोटीन डाइट का सेवन करने के बाद सुस्ती और थकान होना इस बात के संकेत हैं कि प्रोटीन डाइट पच नहीं रही।
बार-बार अपच या सीने में जलन होना
हाइड्रोक्लोरिक एसिड द्वारा प्रोटीन का पाचन पेट में शुरू होता है, इसलिए आपको अपच या सीने में जलन जैसे लक्षण भी महसूस हो सकते हैं।
कमजोर बाल, नाखून या त्वचा का खराब होना
प्रोटीन डाइट जब पचता नहीं तो कम अमीनो एसिड अवशोषित होता हैं जिससे बाल कमजोर होने लगते हैं। भंगुर नाखून, पतले बाल और स्किन की रंगत बिगड़ने लगती है।
मसल्स लॉस और रिकवरी में देरी होती है
प्रोटीन का पाचन दुरुस्त नहीं होने से मसल्स कमजोर हो सकते हैं और बीमारी की रिकवरी सिलो हो सकती है। जब पर्याप्त अमीनो एसिड उपलब्ध नहीं होता है तो मसल्स लॉस हो सकते है। इसके अलावा ट्रेनिंग या वर्कआउट के बाद आपकी रिकवरी भी प्रभावित होगी।
प्रोटीन को डाइजेस्ट करने के लिए क्या कर सकते हैं?
- प्रोटीन को आसानी से डाइजेस्ट करने के लिए आप प्लांट बेस्ड फूड को भिगोकर, अंकुरित करके और पकाकर खाएं। इस तरह से प्रोटीन डाइट को पचाना आसान होगा। इस तरह से खाने से आप कम खाएंगे और खाने को बेहतर तरीके से चबाकर खाएंगे।
- अगर प्रोटीन डाइट आपकी बॉडी में ठीक से नहीं पच रही तो आप अपने गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से सलाह लें।
- आप प्रोबायोटिक्स के प्राकृतिक स्रोतों को शामिल करके आप प्रोटीन डाइट को पचा सकते हैं और पाचन शक्ति में सुधार कर सकते हैं।
- डाइट में अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स से परहेज कर सकते हैं जो आपके पेट में सूजन पैदा करता है जिससे आपका अवशोषण खराब हो जाता है।
- प्रोटीन अवशोषण और ओवर ऑल हेल्थ में सुधार के लिए आपको हाइड्रेटेड रहना चाहिए और ज्यादा खाना खाने से बचना चाहिए।
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