Bhastrika Pranayam: सांस संबंधी दिक्कतों से आज के समय में कई लोग घिर जाते हैं। इसके अलावा, दूसरी बीमारियां भी वर्तमान समय में लोगों को अपना शिकार बनाती हैं। बेहतर स्वास्थ्य के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करना बेहद जरूरी है। हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि जो लोग शारीरिक रूप से ज्यादा सक्रिय होते हैं उन्हें बीमारियों का खतरा कम होता है। योग और प्राणायाम शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार भस्त्रिका प्राणायाम करने से संपूर्ण स्वास्थ्य बेहतर होता है। आइए जानते हैं –
कैसे करते हैं भस्त्रिका प्राणायाम: इस प्राणायाम को 3 तरीकों से किया जाता है। शुरुआत में 5 सेकेंड सांस ले और उतनी ही देर में सांस छोड़ें। दूसरी बार में 5 सेकेंड की जगह केवल 2.5 सेकेंड का वक्त लीजिए। तीसरे दौर में लगातार सांस लें और छोड़े। इस प्राणायाम को 5 मिनट करें।
सबसे पहले शांत वातावरण में पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अपनी गर्दन, सिर और शरीर को सीधा रखें। अब आंखें बंद करें और कुछ देर के लिए अपने शरीर को शिथिल करें और अपने मुंह को बंद करें। फिर हाथों को ज्ञान मुद्रा में रखें। धीरे-धीरे सांस खींचें फिर सांस को बलपूर्वक वापस छोड़ें।
मजबूत होंगे फेफेड़े: आयुर्वेद में तीन प्रकार के दोषों का जिक्र मिलता है जिनमें वात्, पित्त और कफ शामिल हैं। ये योगासन इन तीनों को संतुलित रखने में मददगार है। इस आसन को करने से फेफड़े तो मजबूत होते ही हैं, साथ ही सांस संबंधी दिक्कतें भी नहीं होती हैं।
दूर करता है कंजेशन: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार इस प्राणायाम को करने से छाती से कंजेशन और ब्लॉकेज की समस्या दूर होती है। साथ ही, गला, नाक और साइनस भी पूरी तरह से क्लियर होता है। इसके अलावा, फेफड़ों में जो ज्यादा बलगम हो जाता है वो भी निकलता है।
कम होती हैं पाचन संबंधी दिक्कतें: एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जिन्हें पेट संबंधी दिक्कतें होती हैं उन्हें भस्त्रिका प्राणायाम जरूर करना चाहिए। इससे अपच, गैस, एसिडिटी जैसी दिक्कतें दूर होती हैं। साथ ही, लोगों का मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है।
इन बातों का रखें ध्यान: हर योग प्राणायाम को करते वक्त सावधानी बरतना जरूरी है। भस्त्रिका प्राणायाम करते वक्त भी कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। इस आसन को सुबह के समय करना चाहिए। खाली पेट इसे करने से ज्यादा लाभ होगा, साथ ही आधे घंटे पहले और बाद तक पानी भी नहीं पीयें। नाक को अच्छे से साफ करके ही ये प्राणायाम करें।