उम्र बढ़ने के साथ आंखों का कमजोर होना नेचुरल प्रोसेस है। खराब डाइट, गैजेट्स का ज्यादा इस्तेमाल, लम्बे समय तक कंप्यूटर पर रहना, सुबह उठते ही घंटों मोबाइल देखने का असर आंखों की रोशनी को प्रभावित करता है। कम उम्र में ही बच्चे घंटों मोबाइल के साथ गुजारते हैं जिसका असर उनकी आंखों पर साफ दिखता है। समय से पहले आंखों पर चश्मा लग जाता है और दिनों दिन चश्मे का नंबर बढ़ता जाता है। आंखें कीमती है उनकी हिफाजत हर उम्र में करना बेहद जरूरी है।
अगर आप भी लम्बी उम्र तक अपनी आंखों की रोशनी को बरकरार रखना चाहते हैं तो कुछ आयुर्वेदिक तरीकों को अपनाएं। कुछ तरीके ऐसे हैं जो आपकी आंखों की रोशनी को बढ़ाते हैं और आपके चश्मे का नंबर भी घटाते हैं। आयुर्वेद का पारंपरिक भारतीय चिकित्सा विज्ञान आंखों की रोशनी बढ़ाने और आंखों के चश्मे का नंबर कम करने के लिए कई नेचुरल तरीके बताता है। इन तरीकों को अपनाकर आप अपनी आंखों की रोशनी को बढ़ा सकते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे तरीके हैं जिन्हें आंखों की रोशनी बढ़ाने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
सुबह उठते ही ठंडे पानी से आंखों को वॉश कीजिए
आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार सुबह सबसे पहले ठंडे पानी से अपनी आंखों को वॉश करें। आंखों को वॉश करते समय आप अपने मुंह में पानी रखें ऐसा करने से शरीर का तापमान संतुलित रहता है। आंखों को वॉश करने के लिए अत्यधिक गर्म या ठंडे पानी का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे आंखों में जलन हो सकती है।
आंखों की रोशनी के लिए त्राटक अभ्यास करें
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए त्राटक अभ्यास कीजिए। योगा एक्सपर्ट्स की मानें तो रोजाना 5 से 15 मिनट तक इस अभ्यास को करने से आंखों की कमजोरी दूर होगी और आंखों में होने वाली समस्याएं जैसे आंखों की जलन, आंखों से धुंधला दिखना, आंखों के दर्द की समस्या जैसी परेशानियों से छुटकारा मिलेगा।
आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का जादू
आंखों की रोशनी बढ़ाने में आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां बेहद असरदार साबित होती हैं। पुनर्नवा, आंवला और त्रिफला ऐसी जड़ी बूटियां है जो आंखों की रोशनी को बढ़ाती हैं। आंवला में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है जो एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। त्रिफला एक पोषक तत्वों से भरपूर जड़ी बूटी है जो पाचन में भी मदद करती है। इन जड़ी-बूटियों का सेवन चाय, गोलियों या पाउडर के रूप में किया जा सकता है।
एक चम्मच घी का करें सेवन
बाबा रामदेव के मुताबिक घी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। घी में औषधि गुण मौजूद है जो आंखों के स्वास्थ्य को दुरुस्त करने में भी असरदार है।औषधीय घी का उपयोग अक्सर आयुर्वेदिक उपचारों में आंखों के टिशू को पोषण देने और सूजन से राहत देने के लिए किया जाता है। रोजाना एक चम्मच घी का सेवन करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है और चश्मे का नंबर कम होता है।
