हम भारती हर मौके पर चाय पीना पसंद करते हैं। ज्यादातर लोग दूध की चाय पीते हैं। लगभग हर मौके पर चाहे हम घर में हो, काम पर हो, या बाहर हो हर मौके पर चाय पीना पसंद करते हैं। ज्यादातर लोग दूध वाली मसाला चाय पीना पसंद करते हैं। मसाला चाय उसे कहा जाता है जिसमें अदरक, इलायची, लौंग और दालचीनी जैसे मसालों का इस्तेमाल करके तैयार किया जाता है। चाय हम भारतीयों के लिए न सिर्फ एक ड्रिंक है बल्कि एक सामाजिक गतिविधि भी है। हम दोस्तों के साथ वक्त गुजारना चाहते हैं या फैमिली के साथ तो हम हमेशा चाय का सहारा लेते हैं। चाय न सिर्फ बॉडी को रिफ्रेश करती है बल्कि तनाव को दूर करने का भी जरिया है।
एक कप मसाला चाय का सेवन सिर्फ आरामदायक ही नहीं बल्कि सेहत के लिए उपयोगी भी होता है। चाय में दालचीनी, इलायची,अदरक और लौंग का इस्तेमाल करने से न सिर्फ चाय का स्वाद बढ़ता है बल्कि इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है। चाय में इन मसालों का इस्तेमाल करने से पाचन में सुधार होता है और तनाव दूर होता है। चाय में अपनी पसंद के मुताबिक 4 मसालों का सेवन करें तो सेहत को फायदा होता है। आइए जानते हैं कि चाय में मसाला का सेवन करने से सेहत पर कैसा असर होता है।
अदरक की चाय
अदरक चाय में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले मसाले में से एक है, जो अपने शक्तिशाली सूजनरोधी और पाचन को दुरुस्त करने के लिए जाना जाता है। चाय में अदरक का सेवन करने से सूजन कंट्रोल होती है, मतली और अपच से राहत मिलती है। अदरक अपने जीवाणुरोधी प्रभावों के कारण मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करती है और इम्यूनिटी को बूस्ट करती है। सुबह अदरक की चाय पीने का सबसे अच्छा समय है। खाली पेट अदरक की चाय पीने से पाचन दुरुस्त रहता है और सिस्टम साफ करने में मदद मिलती है। भोजन के बाद सूजन और एसिडिटी को रोकने के लिए भी यह बहुत बढ़िया ड्रिंक है।
दालचीनी
दालचीनी का सेवन चाय में करने से न सिर्फ चाय का स्वाद बढ़ता है बल्कि चाय में नेचुरल मिठास भी आती है। दालचीनी की चाय का सेवन करने से ब्लड शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है। ये चाय इंसुलिन प्रतिरोध वाले लोगों के लिए फायदेमंद होती है। दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो दिल की सेहत में सुधार करते हैं और रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं। सुबह या शाम में दालचीनी की चाय पीने से मीठा खाने की क्रेविंग कंट्रोल रहती है और एनर्जी बूस्ट होती है।
चाय में इलायची का सेवन
इलायची में एक ताज़ा और सुगंधित स्वाद होता है जो बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करती है। यह एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक के रूप में काम करती है। ये बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालती है और पाचन में मदद करती है। एसिडिटी का इलाज करने में इलायची की चाय असरदार साबित होती है। इसका सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बू्स्ट होता है। दोपहर में इलायची की चाय का सेवन करने से सुस्ती दूर होती है और खाने के बाद पाचन में सहायता मिलती है।
लौंग वाली चाय का असर
लौंग में जीवाणुरोधी और एंटीफंगल गुण मौजूद होते हैं जो ओरल हेल्थ को दुरुस्त करते हैं। ये सांस की बदबू को दूर करती है और मसूड़ों के संक्रमण से लड़ने में मदद करती हैं। लौंग सूजन को कम करके और संक्रमण से लड़कर इम्यूनिटी को बढ़ाती है। लौंग की चाय शाम को या सोने से पहले पीना सबसे अच्छा है। इसका सेवन करने से गले की खराश और कंजेशन से राहत मिलती है।
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