यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जो हम सब की बॉडी में बनते हैं। यूरिक एसिड का बनना कोई बीमारी नहीं है ये नैचुरल प्रोसेस है। बॉडी में बनने वाले यूरिक एसिड को किडनी आसानी से फिल्टर करके बॉडी से बाहर निकाल देती है। प्यूरीन से भरपूर डाइट का अधिक सेवन करने से बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है। बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से हाथ-पैरों के जोड़ों में चुभन करने वाला दर्द होने लगता है। यूरिक एसिड बढ़ने का सबसे ज्यादा असर पैरों पर दिखता है। पैरों की उंगलियों में खासकर अंगूठे में बेहद दर्द होता है। इन टॉक्सिन के ब्लड में बढ़ने से हाथ-पैरों के जोड़ दुखने लगते हैं और उठना बैठना तक दूभर हो जाता है।

बढ़ते यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए डाइट का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। डाइट में ऐसे फूड्स का सेवन करें जिसमें प्यूरीन की मात्रा कम हो और जो एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर हो। एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं।

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए कुछ फ्रूट्स का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। कुछ फ्रूट्स का अगर यूरिक एसिड के मरीज सेवन करें तो आसानी से बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकाल सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे चार फ्रूट्स के बारे में जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करते हैं।

केला खाएं यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा

केला एक ऐसा फल है जिसमें प्यूरीन की मात्रा कम होती है जिसका सेवन करने से यूरिक एसिड का स्तर कंट्रोल रहता है। पोटैशियम से भरपूर केला यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है। केला में मौजूद पोटैशियम यूरिक एसिड के क्रिस्टल बनने नहीं देता। इसका सेवन करने से बॉडी में मौजूद टॉक्सिन यूरीन के जरिए बॉडी से बाहर निकल जाते हैं।

चेरीज

चेरी एक ऐसा रसीला फल है जिसका सेवन करके यूरिक एसिड को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। जर्नल आर्थराइटिस एंड रेमोटोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने चेरी का सेवन किया उनको गाउट का खतरा कम था। एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर चेरी यूरिक एसिड कम करती है और जोड़ों के दर्द से निजात दिलाती है।

सेब का करें सेवन

फाइबर से भरपूर सेब एक ऐसा फल है जो बीमारियों से बचाव करता है। सेब का सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है। सेब मैलिक एसिड का एक समृद्ध स्रोत है जो यूरिक एसिड को बेअसर करने में मदद करता है। ये प्रोटीन से निकलने वाले प्यूरिन को पचाने में मददगार है। ये बॉडी में यूरिक एसिड को जमा नहीं होने देता।

नींबू

विटामिन सी से भरपूर नींबू का सेवन यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में असरदार साबित होता है। नींबू में सिट्रिक एसिड होता है जिसका सेवन करने से बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं। यह यूरिक एसिड को भी शरीर से बाहर करता है।