हमारी रसोई में कई ऐसी चीजें हैं, जो स्वास्थ्य के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। इसी में से एक सोंठ या सूखी अदरक का पाउडर है। सोंठ या सूखी अदरक का पाउडर स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होती है। सोंठ पीढ़ियों से भारतीय रसोई का हिस्सा रही है। गर्म पानी में एक चुटकी सोंठ मिलाकर पीने से शरीर को बहुत शक्ति मिलती है। हर सुबह सूखे अदरक के पानी से अपना दिन शुरू करने से हेल्थ को कई फायदे होते हैं। यह पाचन, इम्यूनिटी, वजन कंट्रोल और जोड़ों के दर्द से राहत देता है। आइए आपको बताते हैं सोंठ या सूखी अदरक का पाउडर के फायदे क्या-क्या होते हैं?
पाचन रहेगा दुरुस्त
अक्सर पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, ऐसे में सूखी अदरक का पानी पीना बहुत ही फायदेमंद हो सकता है। सोंठ अपच, सूजन और एसिडिटी से निपटने में मदद करता है, जिससे आपके दिन की शुरुआत अच्छी और आरामदायक होगी।
इम्यूनिटी मजबूत
सर्दियों के मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को बढ़ाने की बहुत जरूरत होती है। अपनी सुबह की शुरुआत सूखी अदरक के पानी से करने पर इम्यूनिटी मजबूत होगी। एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर, सोंठ आपके शरीर की संक्रमण से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है। इसे नियमित रूप से पीने से सर्दी, खांसी और मौसमी बीमारियों से बचाव में मदद मिल सकती है।
वजन प्रबंधन में सहायक
सर्दियों के मौसम में अक्सर वजन बढ़ जाता है। ऐसे में सूखे अदरक के पानी के उपयोग से मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने और शरीर की वसा-जलाने की क्षमता को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। इसमें भूख को दबाने वाले गुण होते हैं, जो भूख को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।
जोड़ों के दर्द से मिलेगी राहत
जोड़ों का दर्द और गठिया एक आम समस्या है, जो सर्दियों के महीनों में और भी बढ़ जाती है। सोंठ को अपने सूजनरोधी गुणों के लिए जाना जाता है, ये जोड़ों के दर्द और जकड़न को कम करने में मदद करती है। इसे पीने से बेचैनी कम हो सकती है और फुरती में सुधार हो सकता है।
ब्लड सर्कुलेशन
गर्म पानी में सोंठ पीने से रक्त वाहिकाओं का विस्तार होता है, जिससे खून का फ्लो बेहतर होता है, जिससे आपके पूरे शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचने में मदद मिलती है। यह पूरे दिन ऊर्जावान बने रहने और थकान कम करने की बहुत असरदार होती है।
इसके अलावा हड्डियों की मजबूती के लिए खीरे के बीज का सेवन भी किया जा सकता है। खीरे के बीज ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी हड्डियों की बीमारियों को रोकने के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।