Thyroid Symptoms: खराब जीवन शैली व शारीरिक असक्रियता के कारण थायरॉयड बीमारी न केवल उम्रदराज लोगों को बल्कि युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रही है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ये बीमारी अधिक देखने को मिलती है। शरीर में थायरॉक्सिन नामक हार्मोन का उत्पादन जब अनियमित मात्रा में होने लगता है तो लोग इस बीमारी से पीड़ित हो जाते हैं। इस बीमारी में थायरॉयड ग्लैंड के ओवर एक्टिव होने से शरीर का मेटाबॉलिज्म बहुत कम हो जाता है। थायरॉयड एक ऐसी बीमारी है जिसके लक्षण धीरे-धीरे सामने आते हैं इसलिए इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है। हालांकि, अगर शरीर में होने वाले छोटे-छोटे बदलावों पर ध्यान दिया जाए तो इस समस्या को गंभीर बनने से रोका जा सकता है। अगर हर समय आपके हाथ ठंडे रहते हैं तो हेल्थ एक्सपर्ट्स थायरॉयड टेस्ट कराने की सलाह देते हैं, आइए जानते हैं-

हर मौसम में ठंडे रहते हों हाथ: थायरॉयड से पीड़ित लोगों के हाथ-पैर हमेशा ही ठंडे रहते हैं। भले ही आपके शरीर का तापमान सामान्य हो, फिर भी हाथ-पैर ठंडे रहते हों तो आप इस बीमारी से पीड़ित हो सकते हैं। सर्दी के मौसम में हाथ-पैर ठंडे होना कोई परेशानी की बात नहीं है, लेकिन हर मौसम में अगर ये परेशानी होती है।

बार-बार जाना पड़े बाथरूम: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार अगर लोगों को बार-बार पेशाब लगे या फिर कब्ज की शिकायत हो तो लोगों को अपने TSH के स्तर की जांच करा लेनी चाहिए। लगातार बाथरूम जाना और कॉन्स्टिपेशन थायरॉयड के लक्षणों में शामिल हैं।

नाखून और आंख भी देते हैं संकेत: एक्सपर्ट्स के मुताबिक थायरॉयड के मरीजों के आंख व नाखून भी इस बीमारी की ओर इशारा करते हैं। अगर लोगों के नाखून पतले हो गए हों या फिर उनमें दरार आने लगे और वो जल्दी टूटने लगे तो ये थायरॉयड के कारण हो सकता है। इसके अलावा, नाखूनों में सफेद धब्बे भी इस बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। वहीं, थायरॉयड से पीड़ित कई लोगों को आंखों में खुजली, लालीपन या फिर सूजन की समस्या हो सकती है।

वजन में इजाफा: थायरॉयड बीमारी के मरीजों का मेटाबॉलिज्म दूसरों की तुलना में कमजोर होती है। इससे मरीजों का वजन बहुत जल्दी बढ़ने लगता है। बता दें कमजोर मेटाबॉलिज्म होने की वजह से मरीज जो भी भोजन के रूप में खाते हैं वो पूरी तरह एनर्जी में नहीं बदल पाता और वसा यानि कि फैट के रूप में शरीर पर जमा होने लगता है।

इन्हें करें डाइट में शामिल: थायरॉयड के मरीजों को अपने डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए ताकि शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति हो सके। ऐसे में साबुत अनाज खाना इनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इन मरीजों के शरीर में आयोडीन की कमी हानिकारक हो सकती है। इसलिए विशेषज्ञ इन्हें समुद्री मछली जैसे झींगा, सेलफिश, ट्यूना और सालमन खाने की सलाह देते हैं। इसके अलावा, मुलेठी, ड्राई फ्रूट्स, मशरूम खाना भी इन मरीजों के लिए लाभदायक होगा।