केले में पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर आदि पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। शरीर में एनर्जी बढ़ाने में केला बेहद फायदेमंद होता है। एसिडिटी, डायरिया, ब्लड प्रेशर, कैंसर, सीने में दर्द, एनीमिया आदि सेहत संबंधी समस्याओं में केले के सेवन बेहद लाभकारी होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इतने सारे फायदों से भरपूर केला आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है। यह सच है। ज्यादा केला खाने के कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। आज हम आपको केले के इन्हीं साइड इफेक्ट्स के बारे में बताने वाले हैं।

केला खाने के साइड इफेक्ट्स –
1. दांतों को नुकसान – केले में मौजूद स्टार्च दांतों के लिए सही नहीं है। यह चॉकलेट और च्युइंग गम से ज्यादा दांतों को नुकसान पहुंचाने वाली चीज है। केले का स्टार्च मुंह में घुलने में काफी वक्त लेता है। इससे दांतों में कैविटी बढ़ती है और दांत सड़ते हैं।

2. तंत्रिकाओं पर असर – केले में विटामिन बी6 की भारी मात्रा पाई जाती है। इससे तंत्रिकाओं के नष्ट होने का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, यह खतरा उन लोगों के लिए नहीं है जो रोज वर्कआउट करते हैं। रोजाना एक्सरसाइज न करने वाले लोगों को बहुत ज्यादा मात्रा में केला खाने से बचना चाहिए।

3. पेट संबंधी दिक्कत – केले में मौजूद स्टार्च पचने में काफी वक्त लेता है। इससे पेट में दर्द की शिकायत होती है। कई बार केला अच्छे से पका हुआ नहीं होता। ऐसे केले का जब हम सेवन करते हैं तो पेट दर्द के साथ-साथ उल्टी की संभावना होती है।

4. माइग्रेन की समस्या – माइग्रेन के मरीजों को अपनी डाइट से केला हटा ही देना चाहिए। केले में टाइरामाइन नाम का पदार्थ पाया जाता है। यह माइग्रेन के दर्द को और बढ़ा देता है। केले के छिलके में उसके गूदे से ज्यादा टाइरामाइन पाया जाता है। अगर आप केला खा भी रहे हैं तो यह उसके गूदे से छिलके के रेशे जरूर निकाल लें। जो लोग टाइरामाइन के प्रति सेंसिटिव होते हैं उनमें यग माइग्रेन की समस्या भी विकसित कर सकता है।

5. कब्ज केला खाने से पेट साफ रहता है, इस बारे में आपने कई बार सुना होगा। लेकिन केला अगर बहुत अच्छे से पका हुआ नहीं है तो यह आपको कब्ज की समस्या दे सकता है। केले में टैनिन एसिड मौजूद होता है जो पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव डालता है।