भारत ही नहीं दुनिया भर में माइग्रेन से पीड़ित लोगों की संख्या में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है। माइग्रेन पेशेंट के सिर में अक्सर दर्द होता रहता है। स्वास्थ्य विषेशज्ञों के मुताबिक 20 प्रतिशत महिला माइग्रेन से पीड़ित हैं। आमतौर पर सिर दर्द की परेशानी को लोग हल्के में लेते हैं। लेकिन समय से माइग्रेन का इलाज न किया जाये तो यह बेहद गंभीर समस्य बन सकती है। आंकड़ों के अनुसार भारत में इससे पीड़ित मरीजों की संख्या 15 करोड़ के करीब है।
आपको बता दें कि माइग्रेन से पीड़ित लोगों को के सिर में एक विशिष्ट प्रकार का दर्द रहता है। अक्सर यह दर्द कान व आंख के पीछे होता है। हलांकि यह दर्द सिर के किसी भी भाग में हो सकता है। फिर भी माइग्रेन को लोग गंभीरता से नहीं लेते हैं और न ही इसका उचित उपचार कराते हैं। अक्सर माइग्रेन में सिर के आधे भाग में ही दर्द होता है, इसलिए घरेलू भाषा मे माइग्रेन को अधकपारी या अर्धकपाली भी कहते हैं।
लक्षण: बार-बार सिरदर्द, सिर के किसी भी हिस्से से दर्द शुरू होना, मितली, उल्टी, फोटोफोबिया (प्रकाश के प्रति अतिरिक्त संवेदनशीलता), फोनोफोबिया (ध्वनि के प्रति अतिरिक्त संवेदनशीलता) शामिल हैं और दर्द सामान्य तौर पर शारीरिक गतिविधियों से बढ़ता है।
कैसे और क्यों होती है यह बीमारी: माना जाता है कि माइग्रेन पर्यावरणीय और आनुवांशिकीय कारकों के मिश्रण से होते हैं। लगभग दो तिहाई मामले पारिवारिक ही होते हैं। इसके अलावा गलत खानपान, दिनचर्या, तनाव या फिर अधिक देर तक सोना माइग्रेन होने की मुख्य वजहों मे से हैं। डिप्रेशन, एंजाइटी डिसॉर्डर, स्ट्रेस माइग्रेन से होने वाली मानसिक बीमारियां हैं। ये बीमारी पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा होती हैं। भारत मे माइग्रेन मरीज की संख्या मे महिलाओं की तादाद पुरुषों से तीन गुना ज्यादा है।
बाबा रामदेव का सुझाव: बाबा रामदेव के मुताबिक माइग्रेन को कम और काफी हद तक खत्म किया जा सकता है। अनुलोम विलोम और भ्रामरी योगासन करने से मन को शांति मिलती है। इस प्राणायाम को नियमित रूप से कुछ दिनों तक करना होगा, इससे माइग्रेन की दिक्कत दूर हो जाती है। स्वामी रामदेव के अनुसार कुछ घरेलू उपाय भी किए जा सकते हैं। जैसे, मेधावटी 2-2 गोली सुबह शाम ले सकते हैं, एक चम्मच बादाम रोगन दूध में डालकर सुबह पिएं साथ ही बादाम अखरोट को भिगोकर भी सेवन कर सकते हैं।