आज का खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खाना खाने की आदत लोगों को कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से घेर रही है। इन्हीं में से एक है बॉडी में यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या। बीते कुछ सालों में ये परेशानी अधिक देखने को मिली है, जो बुजुर्गों के साथ-साथ युवाओं को भी अपना शिकार बना रही है। इसके चलते कम उम्र में भी लोगों को जोड़ों में तेज दर्द, अकड़न, सूजन या गाउट जैसी समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। इतना ही नहीं, शरीर में बढ़ा हुआ यूरिक एसिड समय के साथ किडनी को भी नुकसान पहुंचाने लगता है, जिसका असर फिर आपकी ओवरऑल हेल्थ पर पड़ता है। ऐसे में इस समस्या से जल्द से जल्द छुटकारा पाना बेहद जरूरी हो जाता है।

वहीं, अगर आप भी यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहे हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। दरअसल, यहां हम आपको इससे निजात पाने के लिए योग गुरु बाबा रामदेव के सुझाए असरदार नुस्खे के बारे में बता रहे हैं। योग गुरु के मुताबिक, ये नुस्खा अपनाकर आपको हफ्तेभर में कमाल के नतीजे देखने को मिल सकते हैं लेकिन इससे पहले जान लेते हैं कि आखिर यूरिक एसिड होता क्या है-

क्या होता है यूरिक एसिड?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यूरिक एसिड एक ऐसा रसायन है, जो प्यूरीन नामक पदार्थ से उत्पन्न होता है। आमतौर पर हमारा शरीर किडनी की सहायता से इसे पेशाब के रास्ते बाहर निकल देता है लेकिन ज्यादा मात्रा में मौजूद होने पर किडनी इसे फिल्टर नहीं कर पाती हैं, ऐसे में ये बॉडी के ज्वाइंट्स में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है। इससे हड्डियों के बीच में गैप बढ़ जाता है, हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और पीड़ित को जोड़ों में तेज दर्द का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा हाई यूरिक एसिड सूजन, जोडों में ऐंठन और लंबे समय पर गाउट और वात जैसी गंभीर बीमारियों का कारण भी बन जाता है।

असरदार हैं ये आयुर्वेदिक हर्ब्स

अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किए गए एक वीडियो में बाबा रामदेव बताते हैं, ‘अगर आप बिना दवाई के यूरिक एसिड को शरीर से बाहर करना चाहते हैं, तो पुनर्नवा, गोखरू और चंद्रप्रभा वटी का नियमित सेवन मददगार हो सकता है। ये आयुर्वेदिक हर्ब्स नेचुरल तरीके से शरीर से यूरिक एसिड के टॉक्सिन को फ्लश आउट करने में असरदार हैं। आइए जानते हैं कैसे-

पुनर्नवा

पुनर्नवा में मूत्रवर्धक गुण मौजूद होते हैं, साथ ही ये किडनी की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाता है। इसके सेवन से किडनी बेहतर ढंग से काम कर पाती हैं, जिससे यूरिक एसिड फिल्टर होकर पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर आने लगता है। इसके अलावा पुनर्नवा में सूजनरोधी गुण भी पाए जाते हैं, जो पीड़ित को जोड़ों में सूजन की समस्या से राहत दिलाते हैं। ऐसे में आप पुनर्नवा की 10 से 12 पत्तियों को साफ कर उन्हें पानी में उबालकर इनका सेवन कर सकते हैं। इससे आपको बेहद जल्द यूरिक एसिड की परेशानी से राहत मिल सकती है।

गोखरू

गोखरू में भी मूत्रवर्धक गुण पाए जाते है, जो किडनी को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा एनसीबीआई (NCBI) पर प्रकाशित एक अध्ययन की रिपोर्ट भी गोखरू को यूरिक एसिड की समस्या पर असरदार बताती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, गोखरू का रस ऑक्सालेट, कैल्शियम और फॉस्फेट के उत्सर्जन को काफी कम कर ब्लड यूरिया नाइट्रोजन, यूरिक एसिड और क्रिएटिनिन के लेवल को कम करने में मददगार हो सकता है।

चंद्रप्रभा वटी

इन सब के अलग चंद्रप्रभा वटी शरीर से यूरिया और क्रिएटिनिन जैसे विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद कर सकती है। ऐसे में इसका सेवन भी किडनी के कार्य के लिए फायदेमंद हो सकता है, जिससे भी शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद मिल सकती है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।