आज के समय में यूरिक एसिड का बढ़ना एक गंभीर समस्या बन गई है. अनहेल्दी लाइफस्टाइल और अनियमित खानपान के कारण शरीर में यूरिक एसिड बढ़ता है। बता दें कि शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा प्यूरिन नाम के तत्व के टूटने से बढ़ती है। इससे अर्थराइटिस जैसी गंभीर बीमारी होने का खतरा भी बढ़ जाता है। घुटनों में दर्द, गठिया बाय की शिकायत, उठने-बैठने में परेशानी और जोड़ों में दर्द आदि होना शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण होते हैं।
बता दें, यूरिक एसिड शरीर में पाचन क्रिया के दौरान प्रोटीन के टूटने से बनता है। यह रसायन यूं तो अधिकतर मल-त्याग के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है। लेकिन जब यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा हो जाती है या फिर शरीर से वह फिल्टर नहीं हो पाता, तो यह हड्डियों के बीच में जमा होने लगता है। जिससे गाउट यानी गठिया की स्थिति पैदा हो जाती है।
हालांकि, घरेलू उपायों के जरिए शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा नियंत्रित की जाती है।
-अजवाइन: सभी घरों में आसानी से उपलब्ध होने वाले अजवाइन का इस्तेमाल सदियों से आयुर्वेदिक दवाओं में किया जा रहा है। अजवाइन के रोजाना सेवन से शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है। क्योंकि अजवाइन में ओमेगा 3 फैटी एसिड मौजूद होता है, जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है। इसके लिए आप रोजाना सुबह खाली पेट अजवाइन के पानी का सेवन कर सकते हैं।
-गेहूं का ज्वार: गेंहू का ज्वार शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड के स्तर को कम करता है। क्योंकि गेहूं के ज्वार में विटामिन सी, क्लोरोफिल और फाइटोकेमिकल्स भरपूर मात्रा में होते हैं। रोजाना इसका सेवन आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। गेहूं के ज्वार का सेवन करने के लिए नींबू के जूस के साथ दो चम्मच गेहूं के ज्वार को मिलाएं और फिर उसका सेवन करें।
-सेब का सिरका: सेब का सिरका शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके लिए एक गिलास पानी में दो चम्मच सेब का सिरका मिलाकर दिन में दो बार सेवन करें। इससे शरीर में बढ़ा हुआ यूरिक एसिड धीरे-धीरे कम होने लगता है।
-लौकी का सूप: लौकी कार्बोहाइड्रेट, आयरन, विटामिन-बी और मिनरल्स से भरपूर होती है। यूरिक एसिड में लौकी के सूप का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। इसके लिए रोजाना सुबह लौकी का सूप पीना चाहिए। यह पेट के भारीपन को खत्म कर, किडनी संबंधी समस्याओं को दूर करता है।