पेट फूलना यानी ब्लोटिंग एक आम बीमारी हो गई है। यह बीमारी ज्यादा गैस बनने की वजह से होती है। डॉक्टरी भाषा में पेट फूलने या पेट के आसपास सूजन को गैस्ट्राइटिस भी कहा जाता है। कई बार इसके कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं, जिसके कारण लोग इस बीमारी पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर इसका सही समय पर इलाज न करवाया जाए, तो यह बीमारी एक खतरनाक रूप ले लेती है।

विशेषज्ञों के मुताबिक कई घरेलू उपायों से भी इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है। खास बात तो यह है इन घरेलू उपायों के कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं होते हैं। आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. दीक्षा भावसार के मुताबिक, ‘पेट फूलना यानी ब्लोटिंग आंतों के खराब स्वास्थ्य का एक लक्षण है। ब्लोटिंग से राहत पाने के लिए घरेलू उपायों का इस्तेमाल करना बुरा या गलत नहीं है, लेकिन इस बीमारी से हमेशा के लिए राहत पाने के लिए आपको इसका कारण खोजने और उसका इलाज करने की आवश्यकता है।”

क्या हैं इस बीमारी के लक्षण?
पेट फूलने की बीमारी को कतई नजरंदाज नहीं करना चाहिए। इसके सबसे आम लक्षणों में से एक है पेट का भरा महसूस होना। इसके अलावा बेचैनी भी होती है। डॉक्टरों के मुताबिक कई बार मरीज को पेट में दर्द, मरोड़, घबराहट, थकान और कमजोरी महसूस होने लगती है। साथ ही वजन भी घटने लगता है। सिरदर्द की भी समस्या हो सकती है।

ये घरेलू उपाय माने गए हैं रामबाण 
– खाने के 45 मिनट बाद आधा चम्मच आजवाइन को सेंधा नमक के साथ गर्म पानी के साथ लें।
– पूरे दिन पुदीने का पानी पिएं। ये पेट फूलने की समस्या से निपटने में कारगर माना गया है।
– खाने के एक घंटे बाद इलायची का पानी पिएं, यह भी कारगर है।
– खाने से पहले दिन में तीन बार जीरा, धनिया और सौंफ के बीज की चाय पिएं।

इन चीजों से करें परहेज
– खाने के बाद ज्यादा पानी पीने से बचें
– खाने के बाद तुरंत लेटें नहीं
– अचार और सिरका आदि अधिक मात्रा में न खाएं
– जंक फूड और फास्ट फूड के सेवन से बिल्कुल बचें
– बहुत अधिक समय तक खाली पेट न रहें