Arthritis in young adults: साइना नेहवाल भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। पूर्व ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल आर्थराइटिस से पीड़ित हैं जो उनके करियर पर ब्रेक लगाने का काम कर रहा है। साइना नेहवाल ने हाउस ऑफ ग्लोरी पॉडकास्ट पर खुलासा किया कि उनके घुटनों में गठिया है जिसकी वजह से उन्हें इस साल के अंत तक खेल जगत को अलविदा कहना होगा। बीमारी की वजह से साइना ट्रेनिंग नहीं कर पाती हैं।
साइना ने बताया कि उनके कार्टिलेज घिस गए हैं ऐसी स्थिति में 8-9 घंटे की ट्रेनिंग करना काफी मुश्किल काम लगता है। 2010 और 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता ने बताया कि उनके हालत ऐसे है जिससे साफ जाहिर होता है कि उनका करियर अंतिम पड़ाव पर है। अब सवाल ये उठता है कि 34 साल की उम्र में कार्टिलेज का घिस जाना और गठिया रोग लग जाने का सबसे बड़ा कारण क्या है? कम उम्र में इस बीमारी से कैसे बचा जा सकता है।
किस उम्र के लोगों को गठिया का खतरा बढ़ रहा है?
फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर अंसारी ने बताया कि गठिया की बीमारी बुजुर्गों से जुड़ी परेशानी है लेकिन ये युवाओं को भी अपनी चपेट में तेजी से ले रही है। युवाओं में अर्थराइटिस की परेशानी होने का सबसे बड़ा कारण खराब लाइफस्टाइल है। देर रात तक जागना, सुबह देर तक सोना, बॉडी को एक्टिव नहीं रखना, खराब डाइट का सेवन करना शामिल है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों में 20 साल से 40 साल की उम्र के लोग भी शामिल हो रहे हैं। सूजन संबंधी गठिया, जिसमें रुमेटीइड गठिया और एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस जैसी स्थिति शामिल हैं। ये बीमारी युवाओं को प्रभावित कर सकती हैं।
कम उम्र में गठिया होने पर कौन से लक्षण दिखते हैं?
कम उम्र में गठिया होने पर युवाओं में जो लक्षण दिखते हैं उसमें जोड़ों में दर्द, सूजन और जकड़न शामिल है। ये दर्द खास तौर पर घुटनों, कूल्हों और पीठ के निचले हिस्से में होता है जो जोड़ों को प्रभावित कर सकता है। दर्द और सूजन के कारण युवाओं को थकान रहती है और शारीरिक गतिविधियां प्रभावित होती है। मरीज के जोड़ों में सूजन रहती है। बीमारी से बचाव करने के लिए समय रहते सतर्क होना जरूरी है।
कम उम्र में गठिया होने का कारण
- गठिया की बीमारी शरीर के जोड़ों को प्रभावित करती है। जोड़ वे बिंदु होते हैं जहां 2 या दो से ज्यादा हड्डियां मिलती हैं जैसे कलाई, पोर, कूल्हे, घुटने और टखने की हड्डियां शामिल है। गठिया की बीमारी जोड़ों को नुकसान पहुंचा सकती है जिसकी वजह से कार्टिलेज घिस सकते हैं। इस बीमारी की वजह से चलने-फिरने में असुविधा और दर्द होता है। यह दर्द हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकता है और सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। कम उम्र में गठिया होने के लिए कुछ कारण जिम्मेदार हैं जैसे
- वजन का ज्यादा होना
- एक ही पोजीशन में ज्यादा समय रहने से गठिया हो सकती है
- मेटाबॉलिज्म के प्रभावित होने से भी कम उम्र में बढ़ती है गठिया
- धूम्रपान करना
- ऐसी गतिविधियां जिसमें जोड़ की बार-बार होने वाली गतिविधियां शामिल होती हैं जैसे साइना नेहवाल के मामले में देखने को मिला है।
- जोड़ में चोट लगना या जोड़ को नुकसान पहुंचना
गठिया से बचाव कैसे करें
- हेल्थलाइन के मुताबिक अर्थराइटिस से परेशान है और गठिया के दर्द ने उठना-बैठना तक दूभर कर दिया है तो आप डाइट का ध्यान दें। डाइट में ऐसे फूड्स का सेवन करें जिसमें सभी पोषक तत्व शामिल हो।
- डाइट में ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन करें।
- पानी का ज्यादा सेवन करें। रोजाना 8-10 गिलास पानी का सेवन जरूर करें।
- अगर आपको गाउट है तो शराब और कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें।
- अपनी मांसपेशियों को मजबूत बनाएं और अपनी फिटनेस में सुधार करें।
- गठिया के दर्द को दूर करने के लिए जोड़ों की मालिश करें।
