हर फूड का अपना एक इतिहास होता है। पान का पत्ता एक ऐसा पत्ता है जिसका इतिहास लगभग 5 हजार साल पुराना है। सबसे ज्यादा ये पत्ता नवाबों की शानों शौकत से जुड़ा है। भारत में कत्था,चूना और सुपारी का नाम लेते ही जो तस्वीर सामने आती है वो है पान के पत्ते की। पान जिसे लोग बेहद चाव से खाते हैं। किसी को मिठी सौंफ, गुलकंद, मुलेठी से सजा पान खाना ज्यादा पसंद है तो किसी को तीखे पान का स्वाद भाता है। तीखे स्वाद से मतलब है कि कुछ लोग पान में तंबाकू मिलाकर उसका सेवन करते हैं।
गली मोहल्लों के नुक्कड़ पर बैठा पान का दुकानदार किसी शिल्पकार से कम नहीं लगता। बड़े करीने से ये दुकानदार पान के पत्ते पर एक परत चूने की, फिर कत्थे की परत लगाता है। फिर धीरे-धीरे पान को सजाने का काम किया जाता है। उसपर तरह-तरह की सुपारी, सौंफ, इलायची के दाने, लौंग, चेरी, नारियल का चूरा और मीठी चीजों का इस्तेमाल करने के बाद चांदी के वर्क के साथ इसे बांध दिया जाता है। पान को बनाने का ये तरीका सेहत से भरपूर है।
भारत में पान की कई किस्मों का सेवन किया जाता है जिसमें सबसे ज्यादा बनारसी, हैदराबाद और कलकत्ता जैसी किस्मों का सेवन ज्यादा किया जाता है। सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने इस पत्ते को चमत्कारी पत्ता बताया है। ये पत्ता बॉडी की गतिविधी को बेहतर बनाने में मदद करता है। आयुर्वेद के मुताबिक इस पत्ते का सेवन करने से नसें हल्की हो जाएगी और न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम दूर हो जाएंगी।
आयुर्वेद के मुताबिक पुरुषों और महिलाओं में होने वाली कमजोरी को दूर करने में पान का सेवन जादुई असर करता है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर दीपक कुमार ने बताया पुरुष और महिलाएं सेक्सुअल कमजोरी होने पर इस पत्ते का सेवन करें तो कमजोरी दूर होगी। आयुर्वेद के मुताबिक पान के साथ सफेद मूसली,अश्वगंधा और सुपारी का सेवन रोजाना किया जाए तो यौन संबंधी समस्याओं का उपचार होता है और बॉडी की कमजोरी दूर होती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि पान का पत्ता खाने से महिलाओं और पुरुषों की सेहत को कौन-कौन से फायदे होते हैं।
पुरुषों में स्पर्म क्वालिटी में होता है सुधार
जिन पुरुषों में स्पर्म कम बनता है वो रोजाना पान का सेवन करें स्पर्म क्वालिटी में सुधार होगा। ये पत्ता पुरुषों में प्रीमेच्योर इजेकुलेशन को कंट्रोल करता है। रोजाना पान के पत्ते के साथ मूसली,अश्वगंधा और सुपारी को 3-5 ग्राम मिलाएं और उसका सेवन करें, पुरुषों को होने वाली इस समस्या का तेजी से उपचार होगा।
महिलाओं में डिस्चार्ज होता है कंट्रोल
महिलाओं को कई तरह का वेजाइनल डिस्चार्ज होता है। इस परेशानी का इलाज पान के पत्ते में छुपा है। 80 फीसदी से ज्यादा महिलाएं वेजाइनल डिस्चार्ज से परेशान रहती हैं अगर ये महिलाएं रोजाना पान के साथ इन जड़ी बूटियों को मिक्स करके खा लें तो वेजाइनल डिस्चार्ज से छुटकारा मिल सकता है। पान का पत्ता महिलाओं में होने वाले किसी भी तरह के वजाइनल इंफेक्शन से निजात दिलाता है।
पाचन रहता है दुरुस्त
पान के पत्ते पाचक रसों के निर्माण को स्टीमुलेट करके पोषक तत्वों के टूटने और अवशोषण में मदद करते हैं। भोजन के बाद पान के पत्ते चबाने से ब्लोटिंग, कब्ज और अपच से बचा जा सकता है। पान बेहतरीन पाचक है जो कफ का इलाज करता है। इसका सेवन करने से कब्ज दूर होता है और पाचन से जुड़ी परेशानियां दूर होती है।
मुंह के अल्सर का करता है इलाज
पान के पत्ते को चूने और कत्थे के साथ चबाने से मुंह का अल्सर ठीक होता है। ये पत्ता मुंह के छालों को कंट्रोल करता है। कुछ लोगों के मुंह में छाले अल्सर बन जाते हैं ऐसे लोग पान के पत्ते के साथ घी मिलाकर चबाते रहे तो मुंह के छालों से निजात मिलेगी। याद रखें कि पान के पत्ते में गाय के घी का ही सेवन करें।