कब्ज एक ऐसी परेशानी है जिसके लिए बिगड़ता लाइफस्टाइल,खराब डाइट और तनाव जिम्मेदार है। अगर आप खाने में तैलीय और मसालेदार फूड्स को खाते हैं,शराब और सिगरेट पीते है,पानी का कम सेवन करते हैं, देर रात तक जागते हैं तो आपको कब्ज की परेशानी हो सकती है। कब्ज एक ऐसी परेशानी है जिससे हर दूसरा और तिसरा इंसान परेशान हैं। लम्बे समय तक अगर कब्ज का उपचार नहीं किया जाए तो ये पाइल्स,फिशर और फिस्टुला का कारण बन सकता है। कब्ज की बीमारी में इंसान को हफ्ते में 2-3 बार ही मल डिस्चार्ज होता है। कब्ज होने पर आप नियमित रूप से मल त्याग नहीं कर पाते हैं या पूरी तरह से आपका पेट साफ नहीं हो पाता है।

जिन लोगों का पेट साफ रहता है उनका मिजाज़ ठीक रहता है, चिड़चिड़ापन और तनाव नहीं होता और आप हल्कापन और सुकून महसूस करते हैं। अगर आपका पेट साफ होगा तो कोशिकीय आभा ऊंची उठेगी और आपका सिस्टम ज्यादा सक्रिय होगा।

सदगुरु जग्गी वासुदेव के मुताबिक अगर आंतों की सफाई करना हैं तो आपको सबसे पहले नाश्ते में घी ही खाना चाहिए। घी का सेवन करने से भोजन का प्रवाह आसान होता है। घी का सेवन आपको कब्ज से निजात दिलाता है और आंतों में सड़ रहा मल भी बाहर निकालता है। आइए सदगुरु से जानते हैं कि घी कैसे पेट की सफाई करता है और इसका सेवन करने से कौन-कौन से फायदे होते हैं।

भोजन से पहले खाएं घी होंगे चमत्कारिक फायदे

जब पेट में खाना होता है तो आप कैसा महसूस करते हैं और जब पेट खाली होता है तब आपको कैसी फिलिंग होती है। आप अगर गौर करें तो आप पाएंगे कि जब आपका पेट खाली होता है तो आपका शरीर और दिमाग ज्यादा बेहतर महसूस करता है। अगर आप अपने शरीर और मेटाबॉलिक प्रोसेस को बेहतर रखना चाहते हैं तो उसे इस तरह बनाकर रखें कि आप जो भी खाएं आपका पेट दो से डाई घंटे में खाली हो जाए।

आयुर्वेद के मुताबिक पेट खाली होने से मतलब भूख लगना नहीं है। अगर आपका पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं करता तो पेट में गंदगी जमा होने लगती है। पेट की सफाई करने में घी बेहद असरदार साबित होता है। घी हमारे भोजन का अहम हिस्सा है जिसका सेवन अक्सर हम रोटी पर लगाकर और दाल में करते हैं। सदगुरु के मुताबिक घी का सेवन पहले निवाले के रूप में करना चाहिए।

अनाज का रूखापन ही इतना है कि घी के बिना उसका शरीर से गुजरना बहुत मुश्किल होता है। अगर आप सुबह पहला निवाला घी के साथ करते हैं तो चिकना घी फूड पाइप को चिकनाई देता है। सदगुरु के मुताबिक आपको खाने में सबसे पहले घी को ही खाना चाहिए। घी भोजन के प्रवाह को आसान बनाता है। जब आप मसालेदार भोजन का सेवन करते हैं तो आपके भोजन मार्ग पर घी की परत चढ़ाना बेहद जरूरी है।

घी का सेवन करने से फूड पाइप साफ रहता है। शारीरिक और मानसिक रूप से हेल्दी रहने के लिए जरूरी पहलू ये हैं कि आपका पेट साफ रहे। किसी भी बीमारी का इलाज करने के लिए पेट की सफाई करना बेहद जरूरी है। जो इंसान घी का उचित तरीके से सेवन करता है उसका पेट हमेशा साफ रहेगा क्योंकि वहां कुछ नहीं चिपकता है। घी खाने वाले इंसान के पेट में कुछ भी लम्बे समय तक नहीं ठहरता। अगर सीमित मात्रा में घी का सेवन किया जाए तो ये पेट का कैंसर और आंत के कैंसर से बचाव करता है। असली घी का उचित तरीके से सेवन किया जाए तो कब्ज की बीमारी दूर होगी और आंतों की सफाई होगी।