कुछ लोगों का पाचन बहुत खराब होता है,ऐसे लोग जो कुछ भी खाते हैं उनका पाचन उन्हें परेशान करने लगता है। ऐसे लोगों को गैस,एसिडिटी और अपच बेहद परेशान करता है। पाचन खराब होने के लिए कई कारण जैसे खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल, मेंटल हेल्थ और कुछ दवाओं का सेवन जिम्मेदार है। पाचन को दुरुस्त करने के लिए लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करना जरूरी है। पाचन दुरुस्त करने के लिए संतुलित आहार का सेवन, पानी का अधिक सेवन करना, तनाव कम लेना, खाने को चबा-चबाकर खाना, बॉडी को एक्टिव रखना और कुछ देसी नुस्खों का सेवन करना जरूरी है।
देसी नुस्खों में किचन में मौजूद एक ऐसा जादुई मसाला है जो पाचन से जुड़ी ज्यादातर परेशानियों को दूर करता है। हम बात कर रहे हैं कलौंजी की जो किचन में आसानी से मिल जाती है। खाने के बाद एक चुटकी कलौंजी का सेवन किया जाए तो आसानी से गैस, एसिडिटी और अपच को कंट्रोल किया जा सकता है।
एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ बिमल झांजर ने बताया कलौंजी जिसे निगेला सीड्स भी कहा जाता है जो एक आयुर्वेदिक और नेचुरल औषधि है। इसका सेवन सदियों से बीमारियों का इलाज करने में किया जाता रहा है। पाचन से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में ये दवा की तरह असरदार है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कलौंजी का सेवन कैसे पाचन को ठीक करता है और डायबिटीज भी करता है कंट्रोल। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कलौंजी के सेहत के लिए फायदे।
कलौंजी कैसे पाचन में करती है सुधार
कलौंजी एक ऐसा मसाला है जिसका इस्तेमाल करी, ब्रेड,अचार और कई तरह की दवाईयों में होता है। 10 ग्राम कलौंजी का सेवन करने से बॉडी को भरपूर फाइबर मिलता है जो पाचन के लिए उपयोगी है। इसका सेवन करने से बाउल मूवमेंट दुरुस्त रहती है। पेट की गैस, पेट फूलने की परेशानी, एसिडिटी को दूर करने में ये मसाला असरदार साबित होता है। ये एक ऐसा मसाला है जो हमारे स्टोमक की लाइनिंग को प्रोटेक्ट करता है। एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर ये मसाला सूजन को कंट्रोल करता है। इस मसाले में मौजूद थाइमोक्योनिन सूजन को कंट्रोल करता है। इसका सेवन करने से पेट फूलने की समस्या का उपचार होता है। ये मसाला इम्यूनिटी को स्ट्रांग करता है और बॉडी को हेल्दी रखता है। कलौंजी में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण मौजूद होते हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं और बॉडी को हेल्दी रखते है।
डायबिटीज करता है कंट्रोल
डायबिटीज कंट्रोल करने में ये मसाला जादुई असर करता है। रोजाना 10 ग्राम इस मसाले का सेवन करने से इंसुलिन के स्तर में सुधार होता है। कलौंजी में मौजूद थायमोकिनोन (Thymoquinone) नामक यौगिक एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। यह पैंक्रियास की बीटा कोशिकाओं को सक्रिय करता है, जिससे इंसुलिन स्राव में सुधार होता है। टाइप-2 डायबिटीज मरीजों के लिए दवा है ये मसाला।
दिल रहता है हेल्दी
कलौंजी का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होता है और दिल की सेहत दुरुस्त रहती है। इसमें मौजूद फाइबर LDL कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करता है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर ये मसाला दिल को हेल्दी रखने में बेहद उपयोगी है। इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 हेल्दी फैट हैं जो दिल को हेल्दी रखने में मदद करता है।
वजन घटाता है ये मसाला
सुबह सुबह अगर एक 10 ग्राम इस मसाले को खा लें तो मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। मेटाबॉलिज्म बूस्ट होने पर बॉडी फैट को घटाना आसान होता है। वजन घटाने के लिए आप इस काले मसाले का सेवन कर सकते हैं।
दर्द से मिलती है राहत
कलौंजी एक ऐसा मसाला है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो जोड़ों के दर्द को दूर करता है और मांसपेशियों को मजबूत करता है। इसका सेवन करने से अंग-अंग को ताकत मिलती है। कलौंजी को अपनी डाइट में शामिल करके आप अपनी सेहत को नेचुरल तरीके से बेहतर बना सकते हैं।
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