पेट की गैस और एसिडिटी की समस्या आजकल बहुत आम हो गई है और इससे ज्यादातर लोग कभी न कभी ज़रूर परेशान होते हैं। कुछ लोग पेट की गैस से परेशान रहते हैं तो कुछ लोगों को एसिडिटी परेशान करती है। पेट की गैस से मतलब है जब पाचन तंत्र में गैस जमा हो जाती है, खासकर छोटी या बड़ी आंत में तो पेट फूलने लगता है, डकार आती है, पेट दर्द या पेट में गड़गड़ाहट होती है। एसिडिटी (Acidity) यानी जब पेट में बनने वाला एसिड (Hydrochloric Acid) अधिक मात्रा में बनता है या गलत समय पर बनता है तो ये सीने में जलन, खट्टी डकार, गले में जलन जैसी समस्याएं पैदा करता है।
अक्सर लोग अपने पाचन से जुड़ी इन परेशानियों से जूझते रहते हैं। कुछ लोगों का पाचन इतना ज्यादा खराब होता है कि कुछ भी खाते ही पेट में गैस बनने लगती है और खट्टी डकारें आने लगती हैं। भोजन को पचाने का काम आंत करती है लेकिन आंतों पर इतना दबाव पड़ जाता है कि आंत ठीक से काम नहीं कर पाती। कुछ फूड्स जैसे प्रोसेस फूड, ऑयली फूड, मसालेदार खाना आंतों पर दबाव बढ़ता है। इन फूड्स को खाने के बाद डाइजेस्ट होने में समय लगता है।
आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया अगर आप भी पाचन से जुड़ी इन परेशानियों से दुखी हैं तो आप खाने के बाद सौंफ का सेवन करें। सौंफ एक ऐसा मसाला है जो पाचन के लिए अमृत साबित होता है। इस मसाले के साथ अगर कुछ दाने मिश्री को मिलाकर खाएं जाए तो ये पाचन की दवा बन जाते हैं। सौंफ और मिश्री दो ऐसे फूड हैं जिनका सेवन प्राचीन काल से ही खाने को पचाने के लिए किया जाता रहा है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि सौंफ और मिश्री कैसे पाचन को दुरुस्त करते हैं।
सौंफ कैसे पेट की गैस और अपच का करती है इलाज
अगर आपको हर रोज खाने के बाद पेट में गैस बनती है तो आप खाने के बाद सौंफ को चबाने की आदत डाल लें। सौंफ में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें जिंक,एंटी इंफ्लामेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, कैल्शियम, पोटैशियम मौजूद होता है जो हमारी बॉडी की पोषक तत्वों की डिमांड को पूरा करता है। खाने के बाद सौंफ चबाने से मुंह की दुर्गंध का इलाज होता है। ये एक ऐसा मसाला है जो पाचन एंजाइम को उत्तेजित करता है जिससे गैस, एसिडिटी और अपच से राहत दिलाता है। सौंफ में मौजूद एनेथोल यौगिक पाचन को एक्टिव करता है। खाने के बाद सौंफ खाने से पेट फूलने की परेशानी दूर होती है।
मिश्री कैसे पाचन में सुधार करती है?
मिश्री खाने से पाचन एंजाइम सक्रिय होते है। मिश्री खाने के बाद मुंह में लार (saliva) बनने की प्रक्रिया तेज़ होती है, जिससे पेट में पाचन एंजाइम बेहतर तरीके से काम करते हैं। इससे खाना जल्दी और अच्छे से पचता है। मिश्री की तासीर ठंडी होती है जो पेट में ठंडक देती है। इसका सेवन करने से पेट की जलन, सीने की जलन और एसिडिटी को कम करने में मदद मिलती है। खाने के बाद सौंफ और मिश्री को मिक्स करके रोजाना खाया जाए को खाया पिया पेट में सड़ता नहीं है बल्कि तुरंत पचता है।
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