पेशाब में जलन होना एक बेहद कॉमन प्रॉब्लम है जो कभी भी किसी को हो सकती है। ये परेशानी पुरुषों से ज्यादा महिलाओं को परेशान करती है। पेशाब में जलन होने के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं जैसे ज्यादा गर्मी होने से, पानी का सेवन कम करने से, किडनी में पथरी होने से, इंफेक्शन होने से, गर्म और मसालेदार चीजों का सेवन करने से भी पेशाब में जलन हो सकती है। पेशाब में जलन होने की परेशानी को यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन कहा जाता है। इस इंफेक्शन से बचाव करने के लिए ज्यादातर लोग एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन करते हैं। इन दवाओं का ज्यादा सेवन करने से बॉडी पर उसके कई तरह के साइड इफेक्ट हो सकते हैं।

आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने पेशाब में जलन होने का और पेशाब बार-बार आने की परेशानी का देसी और बेहतरीन नुस्खा बताया है।

आयुर्वेद में कुछ ऐसी चीजें हैं जो यूटीआई की परेशानी को तो कंट्रोल करती ही है साथ ही इस परेशानी का जड़ से भी इलाज करती है। यूटीआई की परेशानी का परमानेंट इलाज करने के लिए आप खीरा,नींबू, क्रैनबेरी और शहद का इस्तेमाल करें। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि ये नुस्खा यूटीआई की परेशानी का कैसे इलाज करता है।

खीरा (Cucumber) से यूटीआई का इलाज

खीरे में पानी की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है जो बॉडी को हाइड्रेट रखती है। इसका सेवन करने से पेशाब में होने वाले संक्रमण से बचाव होता है। ये यूरीन में मौजूद बैक्टीरिया को बाहर निकालता है। इसमें डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं जो ब्लैडर को साफ़ रखने में मदद करते हैं। ये यूटीआई के लिए बेहद उपयोगी फूड है। ये यूरीनरी ट्रैक की अंदरुनी लेयर को ठीक करता है।

 नींबू (Lemon) से UTI का इलाज

विटामिन सी से भरपूर नींबू का सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और यूटीआई की परेशानी भी कंट्रोल होती है। नींबू का रस यूरीन को थोड़ा अल्कलाइन बनाता है, जिससे बैक्टीरिया की ग्रोथ कम होती है। नींबू में मौजूद विटामिन सी संक्रमण से बचाव करता है, जलन और पेशाब में दर्द में राहत दिलाता है।

शहद (Honey) से करें पेशाब का इलाज

शहद औषधीय गुणों से भरपूर फूड है जो नेचुरल एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता हैं। इसमें इंफेक्शन से बचाव करने की और यूरिन के मार्ग को सही करने की ताकत है। गुनगुने पानी में नींबू और शहद मिलाकर पीने से यूटीआई में आराम मिल सकता है।

 क्रैनबेरी (Cranberry) भी है उपयोगी

क्रैनबेरी यूटीआई की समस्या का सबसे उपयोगी इलाज है। इसमें मौजूद प्रोएंथोसायनिडिन्स (PACs) नामक यौगिक बैक्टीरिया को मूत्र मार्ग की दीवारों से चिपकने से रोकते है। इसका सेवन करने से संक्रमण से बचाव होता है। यह बार-बार यूटीआई होने से बचाता है।

यूटीआई के लिए खीरा, नींबू, क्रैनबेरी और शहद का कैसे सेवन करें

एक मीडियम साइज का खीरा लें और उसका छिलका उतार लें। इसके बारीक-बारीक टुकड़े करें और ब्लेंडर में ब्लेंड करलें। अब इसे छन्नी में डालकर छान लें और उसका जूस निकाल लें। इस जूस में 1 चम्मच नींबू रस,1 चम्मच शुद्ध शहद मिलाएं और उसे मिक्स कर लें। इस रस का सेवन करने से पहले आप एक चम्मच क्रैनबेरी को मुंह में डालें और उसे चबा लें और उसके बाद आप तैयार खीरे के जूस का सेवन करें। इस जूस को आप दिन में दो बार पिएं आपको यूटीआई की परेशानी से मुक्ति मिलेगी। इस ड्रिंक का सेवन आप 7-14 दिनों तक करें तो पुरानी से पुरानी यूटीआई की दिक्कत का इलाज हो जाएगा।

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