कब्ज एक ऐसी बीमारी है जिसमें हफ्ते में तीन बार से कम मल डिस्चार्ज होता है। कब्ज की स्थिति में मल त्यागना काठिन हो जाता है और घंटों टॉयलेट में बैठने के बाद भी पेट की सफाई नहीं होती है। कब्ज की बीमारी के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे अत्याधिक तनाव,पानी का कम सेवन, डाइट में फाइबर वाले फूड्स का कम सेवन और कई स्वास्थ्य समस्याएं कब्ज की बीमारी के लिए जिम्मेदार हैं। अच्छी हेल्थ के लिए पेट का साफ और हेल्दी रहना जरूरी है। जब आपको कब्ज या अपच होता है तो आप लगातार चिंतित रहते हैं और आपका दिमाग काम पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता।

क्रॉनिक कब्ज न केवल आपके पेट और आपकी सेहत के लिए हानिकारक है बल्कि ये आपकी डेली लाइफ में भी बाधा है। अगर आप कब्ज से परेशान हैं तो आप कुछ नेचुरल नुस्खों को अपनाएं। धनिया किचन में मौजूद ऐसा मसाला है जो कब्ज का उपचार करने में जादुई असर करता है। धनिया में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें रोगाणुरोधी गुण मौजूद है। एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर धनिया कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है। इसका सेवन करने से दिल की सेहत भी दुरुस्त रहती है।

आयुर्वेदिक कंसल्टेंट रूपाली जैन ने बताया कि धनिया का सेवन एलर्जी, हे फीवर, चकत्ते और पित्ती जैसी परेशानियों को दूर करता है। धनिया के बीज का सेवन अगर रोजाना किया जाए तो पेट से जुड़ी परेशानियों को आसानी से दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि धनिया के बीज कैसे पेट की बीमारियों और कब्ज को दूर करता है।

धनिया बीज का सेवन कैसे पाचन को दुरुस्त करता है और कब्ज का इलाज करता है

पाचन तंत्र को दुरुस्त करने में धनिया के बीज का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। धनिया के बीज वात,कफ और पित्त के दोषों को दूर करने में असरदार हैं। धनिया पाचन से जुड़ी परेशानियों जैसे पेट में दर्द, भूख नहीं लगने की समस्या का समाधान करने में असरदार है। इसका सेवन करने से पाचन से जुड़ी समस्याओं का उपचार करने में मदद मिलती है और पेट और मांसपेशियों की ऐंठन से भी राहत मिलती है।

आयुर्वेद में धनिया को लघु स्निग्धा कहा गया है जिसका मतलब ये पचने में अच्छा है और बॉडी में एक तरह का लुबरीकेशन भी बनाता है। धनिया की गर्म तासीर बॉडी में वात,पित्त और कफ का बैलेंस करती है। धनिया को एक बेहतरीन कार्मिनेटिव एजेंट के रूप में भी जाना जाता है, जिसका मतलब गैस बनने से राहत पाना है। पाचन के लिए धनिया बेहतरीन औषधी है। इसका इस्तेमाल पेट फूलने, दस्त, पेट की समस्याओं, उल्टी जैसी समस्याओं से निजात दिलाता है। धनिया मल त्याग को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है। यह अल्सरेटिव कोलाइटिस और हेपेटाइटिस के लिए भी प्रभावशाली हो सकता है।

धनिया के बीज का सेवन कैसे करें

एक गिलास पानी लें और उसमें एक चम्मच धनिया को डालें और इसे ढक कर रात भर रख दें। अगले दिन सुबह उठकर इस पानी को छान लें और उसका सेवन करें। इसका सेवन करने से आपको कब्ज से निजात मिलेगी। इस पानी में आप एक चम्मच शहद मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।