यूरिक एसिड एक ऐसी परेशानी है जिसके लिए खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल पूरी तरह जिम्मेदार है। कुछ सालों पहले तक ये बीमारी उम्रदराज लोगों को या फिर किसी खास मेडिकल कंडीशन में लोगों को अपनी गिरफ्त में लेती थी। लेकिन अब स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि ये बीमारी कम उम्र के लोगों को भी अपनी चपेट में ले रही है। यूरिक एसिड बढ़ने के लिए प्यूरीन डाइट का अधिक सेवन करना जिम्मेदार है। प्यूरीन से भरपूर फूड्स जैसे मशरूम, हरी मटर, पालक, शतावरी, ब्रोकोली स्प्राउट्स और फूलगोभी ऐसी सब्जियां हैं जिनमें सबसे अधिक मात्रा में प्यूरीन होता है। शराब और बीयर का अधिक सेवन करने से भी यूरिक एसिड का स्तर तेजी से बढ़ता है।
यूरिक एसिड का स्तर तेजी से बढ़ने से जोड़ों में दर्द और सूजन की परेशानी बढ़ने लगती है। यूरिक एसिड हाई होने से किडनी की बीमारी और दिल के रोगों का खतरा अधिक बढ़ता है। यूरिक एसिड का स्तर हाई होने से वो जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है और जोड़े के दर्द को बढ़ाता है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट बाबा रामदेव के मुताबिक यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में एक सब्जी का जूस जादुई असर करता है। लौकी एक ऐसी सब्जी है अगर उसका जूस सुबह खाली पेट पिया जाए तो ये आसानी से जोड़ों के दर्द को दूर कर सकता है और यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए लौकी के जूस का सेवन कैसे करें।
लौकी कैसे यूरिक एसिड को करती है कंट्रोल
लौकी में विटामिन ए और बीटा कैरोटीन मौजूद होता है जो गाउट की बीमारी में फायदेमंद है। लौकी में कई खनिज पदार्थ मौजूद होते हैं जो हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करते है। आयुर्वेद में लौकी को हेल्दी सब्जी माना जाता है। इस सब्जी का सेवन अगर उसका जूस बनाकर किया जाए तो आसानी से वजन को कंट्रोल किया जा सकता है और यूरिक एसिड को भी कम किया जा सकता है। इस जूस को वेट लॉस टॉनिक माना जाता है। इसका सेवन करने से भूख न लगना, लिवर और किडनी से जुड़ी परेशानियां दूर होती है। अगर आप बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल करना चाहते हैं तो लौकी के जूस को रोजाना सुबह पिएं।
लौकी का जूस कैसे तैयार करें
लौकी का जूस बनाने के लिए एक ताजी लौकी लें और उसे अच्छे से साफ कर लें। लौकी का जूस बनाने से पहले उसका स्वाद चेक कर लें। लौकी कड़वी नहीं हो वरना जूस पीना मुश्किल होगा। अब लौकी को काटकर उसके छोटे-छोटे पीस कर लें और उसे जूसर में डालकर उसका जूस बना लें। आपका जूस तैयार है। इस जूस का स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें नमक और हल्का सा गर्म मसाला भी मिला सकते हैं। नमक और मसाले मिलाने से जूस का स्वाद दोगुना हो जाएगा। इस जूस का सेवन आप रोजाना खाली पेट करें यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा और बॉडी को कई फायदे भी मिलेंगी।