Red carrots vs Black carrot: सर्दी का मौसम शुरु होते ही तरह-तरह की सब्जियों की बाहार आने लगती हैं। सब्जियों का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद है और बॉडी में पोषक तत्वों की कमी को भी पूरा करता है। गाजर सर्दी में पाई जाने वाली एक ऐसी सब्जी है जो पोषक तत्वों से भरपूर है। गाजर का सेवन उसका हल्वा बनाकर,कच्चा और सब्जी बनाकर करते हैं। गाजर का नाम आते ही हमारे ज़हन में लाल सुर्ख गाजर की तस्वीर उभरती हैं लेकिन आप जानते हैं कि गाजर सिर्फ लाल ही नहीं होती बल्कि बैगनी और काले रंग की भी होती है। काली गाजर जिसका सेवन लोग शायद कम करते हैं लेकिन ये सेहत का ख़ज़ाना है। काली गाजर को देसी गाजर भी कहते हैं जिसका सेवन कांजी और हल्वा दोनों तरह किया जा सकता है।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट नित्यानंद श्री के मुताबिक काली गाजर का सेवन ज्यादातर लोग कांजी के रूप में करते हैं। काली गाजर ऐसी गाजर है जो शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है जो सूजन को कम करती है और सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाती है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि काली गाजर का सेवन करने से कैंसर जैसी घातक बीमारी का खतरा कम होता है।

काली गाजर का सेवन स्किन की परेशानियों को दूर करता है। इसका सेवन करने से आंतें की गंदगी साफ होती है और बॉडी डिटॉक्स होती है। रोजाना काली गाजर खाने से इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होती है और पेट के खराब बैक्टीरियां मरते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि काली गाजर का सेवन करने से सेहत को कौन कौन से फायदे होते हैं।

कब्ज और गैस से निजात दिलाती है काली गाजर

काली गाजर में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है और इसलिए यह पाचन को बेहतर बनाती है। फाइबर एक ऐसा यौगिक है जो पाचन प्रक्रिया को सुचारू बनाने में मदद करता है और शरीर को आवश्यक पोषक तत्व देता है। फाइबर से भरपूर काली गाजर का सेवन अगर रोजाना किया जाए तो कब्ज जैसी बीमारी से निजात मिलती है। इसका सेवन करने से पेट की गैस और एसिडिटी भी कंट्रोल रहती है। ये आंतों में होने वाले घाव और अल्सर का उपचार करती है। इसका सेवन करने से आंतों में जमा गंदा मल बाहर निकलेगा और आंतों की सफाई हो जाएगी।

वजन को कंट्रोल करती है

काली गाजर का सेवन करने से वजन कंट्रोल रहता है। इसका सेवन करने से भूख कंट्रोल रहती है और ओवर इटिंग से निजात मिलती है। अगर आप बढ़ते वजन से परेशान हैं तो आप रोजाना काली गाजर का सेवन करें। इसका सेवन करने से बॉडी को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं और बॉडी हेल्दी रहती है।

वजाइनल इंफेक्शन का करती है उपचार

गाजर का सेवन अगर चुंकदर के जूस के साथ कांजी के रूप में किया जाए तो महिलाओं को होने वाले वजाइनल इंफेक्शन से निजात मिलती है। इसका सेवन आप सब्जी के रूप में, आचार के रूप में और इसका जूस बनाकर कर सकते हैं।

वजन को करती है कंट्रोल

सर्दी में अगर बढ़ते वजन को कंट्रोल करना चाहते हैं तो काली गाजर का सेवन करें। याद रखें कि दिन में एक से दो गिलास ही काली गाजर के जूस का सेवन करें। इससे ज्यादा काली गाजर के जूस का सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। काली गाजर में पाए जाने वाले पॉलीफेनॉल वजन को कंट्रोल करते हैं। ये पॉलीफेनॉल शरीर के बॉडी मास को लगभग 6.7 प्रतिशत तक और फैट मास को 7.1 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं। एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि काली गाजर में एंथोसायनिन फ्लेवोनोइड में एंटी ओबेसिटी प्रभाव मौजूद होता है जो मोटापा से निजात दिलाने में असरदार साबित होता है।