ग्रेटर नोएडा वेस्ट से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां की महागुन मायवुड्स सोसाइटी के स्विमिंग पूल में नहाने के बाद एक बच्ची की तबीयत अचानक बिगड़ गई। बच्ची की आंख और नाक से खून बहने लगा जिसके बाद आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, यहां थोड़े ही समय बाद सूजन के साथ मासूम की आंख लाल हो गई। आराम ना मिलने पर उसे वैशाली स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्ची के पिता ने स्विमिंग पूल के रखरखाव में लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं, इलाज के दौरान डॉक्टर ने मासूम की इस हालत का कारण बताया तो वहां मौजूद हर एक शख्स दंग रह गया। डॉक्टरों के मुताबिक, स्विमिंग पूल के पानी में क्लोरीन की मात्रा अधिक थी। इसी के चलते उसकी आंखों में इंफेक्शन हुआ और इस तरह खून आने लगा।
खबरों की मानें तो उस दिन सोसाइटी के स्विमिंग पूल में नहाने के बाद कई और बच्चों की तबीयत भी खराब हुई थी। हालांकि, इन सभी में इस बच्ची की हालत अधिक बिगड़ गई। ऐसे में पानी में क्लोरीन की अधिक मात्रा सेहत को कितना नुकसान पहुंचा सकती है, आइए जानते हैं-
स्विमिंग पूल में क्यों मिलाया जाता है क्लोरीन?
जानकारी के लिए बता दें कि पब्लिक स्विमिंग पूल के पानी में बेहद जल्द अधिक मात्रा में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जिन्हें मारने के लिए क्लोरीन का उपयोग किया जाता है। हालांकि, ज्यादा मात्रा में ये सेहत को कई गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है।
कैसे पहुंचाता है नुकसान?
क्लोरीन एक बेहद शक्तिशाली केमिकल रसायन है। ज्यादा समय तक इसके संपर्क में आने से व्यक्ति को स्किन पर रैशेज, त्वचा पर लालिमा, सूजन और खुजली जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा जैसा की बच्ची के साथ हुआ, अधिक मात्रा में क्लोरीन युक्त पानी आंख और नाक के इंफेक्शन का कारण भी बन सकता है। वहीं, तैरते समय अगर गलती से ये पानी मुंह में चला जाए, तो व्यक्ति को उल्टी, दस्त जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं। इससे फेफड़े खराब हो सकते हैं, साथ ही ये एनीमिया, उच्च रक्तचाप और एलर्जी आदि का कारण भी बन सकता है। क्लोरीन हमारी शरीर में प्रोटीन को नष्ट कर देता है और इससे बालों पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है।
बरतें ये सावधानी:
- पानी में मौजूद बैक्टीरिया का खातमा करने के लिए पानी का पीएच स्तर 7.2, 7.6 और 7.8 होना चाहिए, ये मात्रा शरीर को भी नुकसान नहीं पहुंचाती है। इसके अलावा क्लोरीन की सही मात्रा ई-कोलाई जैसे बैक्टीरिया को कुछ ही मिनटों में नष्ट कर देती है। ऐसे में पानी का पीएच स्तर चैक करने के बाद ही इसके अंदर जाएं।
- स्विमिंग पूल में नहाने से पहले सनस्क्रीन लगाना बिल्कुल ना भूलें। बता दें कि सनस्क्रीन केवल सूरज की किरणों से ही नहीं, बल्कि क्लोरीन वाटर से भी स्किन को प्रोटेक्ट करती है।
- क्लोरीन वाटर में अधिक समय बिताने के बाद आप गुनगुने पानी से नहा सकते हैं, इससे क्लोरीन का जो भी असर होगा, वह खत्म हो जाएगा।
- आपकी स्किन रुखी न पड़े और स्किन का पीएच लेवल बना रहे, इसके लिए विटामिन सी का सेवन करें।
- इन सब के अलावा हाइड्रेटेड रहना भी बेहद जरूरी है। दिन भर में इतना पानी पिएं कि आपकी त्वचा को नमी पूरा करने के लिए पूल के पानी का जरुरत न पड़ें।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।