बदलते मौसम का असर अलग-अलग बीमारियों पर अलग-अलग तरह से होता है। बरसात का मौसम जहां गर्मी से निजात दिलाता है वहीं कुछ बीमारियों को माकूल माहौल भी देता है। इस मौसम में स्किन से संबंधित बीमारियां तो परेशान करती ही हैं साथ ही कई और बीमारियां तेजी भी पकड़ लेती है। यूरिक एसिड का बढ़ना एक ऐसी परेशानी है जिसमें बॉडी में टॉक्सिन जमा होने लगते हैं। इन टॉक्सिन को किडनी बॉडी से बाहर नहीं निकाल पाती है और ये शरीर को ही अपना घर बना लेते हैं।

जब किडनी इन विषैले पदार्थों को बॉडी से बाहर नहीं निकालती तो ये हमारे हाथ-पैरों के जोड़ों में दर्द का कारण बनते हैं। बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने पर उठना-बैठना दूभर होने लगता है। यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा होने पर इसके नुकीले क्रिस्टल बनने लगते हैं जो जोड़ों में जमा होने लगते हैं। ये क्रिस्टल ही गठिया के दर्द का कारण बनते हैं। गठिया बहुत दर्दनाक हो सकता है। यूरिक एसिड के क्रिस्टल अगर ज्यादा हो जाए तो ये किडनी स्टोन का कारण बन सकते हैं। लम्बे समय तक इलाज नहीं किया जाए तो जोड़ों को नुकसान पहुंचा सकता हैं।

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए हेल्दी डाइट का सेवन बेहद जरूरी है। सब्जियां हमारी डाइट का अहम हिस्सा है,अगर बरसात में यूरिक एसिड के मरीज सोच समझ कर सब्जियों का सेवन नहीं करेंगे तो यूरिक एसिड का स्तर तेजी से बढ़ने लगेगा। हेल्थलाइन के मुताबिक कुछ सब्जियों का सेवन यूरिक एसिड के स्तर को तेजी से बढ़ा सकता है, इसलिए उनसे परहेज करना जरूरी है। आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड के मरीज़ किन सब्जियों से परहेज करें।

पालक से परहेज करें

आम तौर पर सब्जियां सेहत के लिए अच्छी होती हैं, लेकिन कुछ में प्यूरीन की मात्रा अधिक पाई गई है जो यूरिक एसिड के स्तर को तेजी से बढ़ाती है। पालक एक ऐसी सब्जी है जो पूरे साल पाई जाती है। सेहत के लिए उपयोगी पालक यूरिक एसिड को बढ़ा सकता है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो पालक का सेवन नहीं करें वरना जोड़ों में दर्द और सूजन की परेशानी बढ़ सकती है।

फूलगोभी नहीं खाएं जोड़ों का दर्द बढ़ेगा

फूल गोभी में प्यूरिन की मात्रा अधिक होती है जो यूरिक एसिड का स्तर तेजी से बढ़ाती है। इसका सेवन करने से किडनी की कार्य करने की क्षमता पर असर पड़ता है। ये सब्जी किडनी स्टोन का कारण बन सकती है। फूलगोभी में कैल्शियम काफी मात्रा में होता है जो यूरिक एसिड का स्तर बढ़ाता है। फूल गोभी में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है। इसका ज्यादा सेवन करने से शरीर का खून धीरे-धीरे गाढ़ा होने लगता है।

बैंगन नहीं खाएं

बरसात में बैंगन का सेवन नहीं करें। बैंगन में इस मौसम में कीड़े पड़ने लगते हैं जो कई तरह का संक्रमण कर सकते हैं। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो बैंगन नहीं खाएं। प्यूरीन से भरपूर बैंगन यूरिक एसिड का स्तर बढ़ा सकते हैं।

अरबी और मशरूम से दूर रहें

अरबी और मशरूम दोनों सेहत के लिए उपयोगी सब्जियां हैं लेकिन जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो इन सब्जियों से परहेज करें। प्यूरीन से भरपूर ये दोनों सब्जियां बॉडी में प्यूरीन का स्तर बढ़ाती है जिससे जोड़ों में दर्द और सूजन बढ़ती है। इन सब्जियों का सेवन गाउट का खतरा दोगुना कर सकता है।