दिल्ली में आयोजित रायसीना डायलॉग के 8वें संस्करण में गुरुवार को इटली की प्रधानमंत्री जियॉर्जिया मेलोनी बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुईं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद एक ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के सबसे चहेते (मोस्ट लवेबल) नेता हैं। ये साबित हो चुका है कि वो कितने बड़े लीडर हैं।” मेलोनी से अपनी तारीफ सुनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हंसते नजर आए।
मुसोलिनी की पोती और मेलोनी
जियोर्जिया मेलोनी इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं। वह एक फायरब्रांड नेता हैं। आउटलुक मैगजीन की फॉरेन एडिटर सीमा गुहा ने लिखा है कि मेलोनी इटली के फासीवादी बेनिटो मुसोलिनी की रिपब्लिकन फासिस्ट पार्टी के बाद से देश की सबसे धुर-दक्षिणपंथी सरकार का नेतृत्व कर रही हैं।
सितंबर 2022 में जब मेलोनी इटली की प्रधानमंत्री बनी थी, तब उनकी पार्टी ब्रदर्स ऑफ इटली के नेता ने जीत का जश्न मनाते हुए गर्व से घोषणा की थी कि हम बेनिटो मुसोलिनी के उत्तराधिकारी हैं।
बेनिटो मुसोलिनी की पोती रकेले मुसोलिनी मेलोनी की पार्टी ब्रदर्स ऑफ इटली की सदस्य हैं। वह दो बार रोम की म्युनिसिपल काउंसिल का चुनाव जीता चुकी हैं। वह साल 2016 में ब्रदर्स ऑफ इटली में शामिल हुई थीं।
मुलोसिनी और मेलोनी
जियोर्जिया मेलोनी मात्र 15 साल की उम्र में एक नियो-फासिस्ट पार्टी MSI (Movimento Sociale Italiano) में शामिल हो गयी थीं। MSI की स्थापना पूर्व फासीवादी नेता बेनिटो मुसोलिनी के समर्थकों ने की थी। बाद में मेलोनी ने सफाई देते हुए कहा था कि वह एमएसआई में इसलिए शामिल हुई थी क्योंकि वह मुख्यधारा की पार्टियों में आमतौर पर व्याप्त भ्रष्टाचार से प्रभावित नहीं था।
मेलोनी यह स्वीकार नहीं करती कि उनका पुराने फासीवादी संगठन के साथ गठबंधन है। बता दें कि यूरोप में फासीवाद को आज भी एक गंदा शब्द माना जाता है। ऐसे में कोई भी मुख्यधारा का नेता फासीवाद से खुद को जोड़ने से बचता है।
हालांकि एक सच्चाई यह भी है साल 2012 में मेलोनी ने जिस Ignazio La Russa के साथ मिलकर ब्रदर्स ऑफ इटली की स्थापना की थी, वह खुले तौर पर मुसोलिनी के समर्थक हैं।
इटली में COVID-19 महामारी की शुरुआत में Ignazio La Russa ने हैंडशेक की जगह फासीवादी सैल्यूट करने की सलाह दी थी। 2022 के इटली के आम चुनाव से एक सप्ताह पहले 15 सितंबर को एक टेलीविजन डिबेट के दौरान Ignazio La Russa ने कहा कि “हम सभी Il Duce (बेनिटो मुसोलिनी) के उत्तराधिकारी हैं।”
Ignazio La Russa ने अपने घर में बेनिटो मुसोलिनी और उनके फासीवादी आंदोलन की कई मूर्तियों और यादगार वस्तुओं संभाल कर रखा है। इटली के औपनिवेशिक अभियानों की तस्वीरें और पेंटिंग एकत्र कर रखी हैं।
फरवरी 2023 में उन्होंने घोषणा की कि उन्होंने अपनी बहन को बेनिटो मुसोलिनी की एक प्रतिमा दी है जो उन्हें उनके पिता ने दी थी। उन्होंने कई वर्षों तक उस मूर्ति को अपने घर पर रखा था।
Ignazio La Russa भी उसी MSI (Movimento Sociale Italiano) का हिस्सा थे, जिसकी सदस्य कभी मेलोनी हुआ करती थीं। दिलचस्प यह है कि Ignazio La Russa और मेलोनी की पार्टी ब्रदर्स ऑफ इटली के चिन्ह में तीन रंगों से बनी वही आग की लॉ है, जो MSI के चिन्ह में है।
मेलोनी का बचपन
इटली के आम चुनाव में मेलोनी का नारा था ‘God, country and family’। उनकी पार्टी एलजीबीटीक्यू समुदाय के अधिकारों को कम करने की पक्षधर है। वह खुद गर्भपात के अधिकारों के खिलाफ हैं।
मेलोनी का जन्म 15 जनवरी 1977 को मध्य रोम के एक कामकाजी वर्ग के पड़ोस में हुआ था। उनका पालन पोषण उनकी सिंगल मदर ने किया था। उनका बचपन कठिन था। मेलोनी के जन्म के कुछ समय बाद ही उनके पिता ने उनकी मां को छोड़ दिया था। अब उनके पिता की मौत हो चुकी है। वह अपने पिता से नफरत करती हैं। पिता के मरने की सूचना पर उन्होंने कहा था, “मेरे पिता मर चुके हैं और मुझे उनके प्रति कोई भावना नहीं है। अगर मेरे पिता की मर्जी चलती तो मैं पैदा भी नहीं हो पाती। वह दूसरा बच्चा नहीं चाहते थे। उन्होंने मेरी मां को गर्भपात की सलाह दी थी। दोनों इसके लिए क्लिनिक भी जा रहे थे। लेकिन रास्ते में एक कॉफी शॉप में मेरी मां ने मन बदल लिया और बच्चा रखने का फैसला लिया।”
मेलोनी ने कहा कि वह खुद कभी गर्भपात नहीं कराएगी। वह गर्भपात के खिलाफ हैं। हालांकि उन्होंने जनता को आश्वासन दिया था कि वह इटली के गर्भपात कानून को खत्म नहीं करेंगी, जिसके तहत गर्भवती महिलाओं के पास 90 दिन के भीतर यह तय करने का अधिकार है कि वह बच्चा पैदा करेंगी या गर्भपात कराएंगी।
मेलोनी ने अपने करियर की शुरुआत की एक पत्रकार के रूप में की थी। एक टीवी पत्रकार के साथ संबंध में रहने की वजह से उनकी एक छह साल की बेटी भी है। हालांकि हैरानी की बात यह है कि फैमली सिस्टम की स्ट्रांग सपोर्टर मेलोनी ने खुद शादी नहीं की है।
LGBTQ समुदाय की विरोधी हैं मेलोनी
मेलोनी एलजीबीटी समुदाय का कड़ा विरोध करती हैं। उनका मानना है कि विषमलैंगिकता (हेट्रोसेक्सुआलिटी) के अलावा अन्य कुछ भी गलत है और धर्म के खिलाफ है। साथ ही वह मानती हैं कि एलजीबीटी समुदाय प्राकृतिक परिवारों को तोड़ रहा है। वह खुद को एक कैथोलिक-ईसाई और एक रूढ़िवादी के रूप में वर्णित करती हैं। अप्रवासियों को लेकर मेलोनी की सोच है कि वह व्हाइट इटालियंस की नौकरी छीनते हैं।