Reliance Acquire Stake in Sosyo Hajoori: रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) सोस्यो हजूरी बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड (SHBPL) में 50 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने जा रही है। गुजरात (Gujarat) की यह कंपनी कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स और जूस बनाने के बिजनेस में है। रिलायंस रिटेल वेंचर्स (Reliance Retail Ventures) ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि SHBPL की शेष हिस्सेदारी हजूरी परिवार (Hajoori family) के पास बनी रहेगा। रिलायंस (Reliance) इस डील के जरिए बेवरेजेस सेगमेंट में अपना पोर्टफोलियो और मजबूत करने की कोशिश में है।

100 साल पुरानी कंपनी है सोस्यो हजूरी? 

सोस्यो हजूरी कार्बोनेटेड कोल्ड ड्रिंक और जूस के बिजनेस में पिछले 100 साल से सक्रिय है। कंपनी की स्थापना साल 1923 में अब्बास अब्दुलरहीम हजूरी (Abbas Abdulrahim Hajoori) ने की थी। फिलहाल कंपनी का संचालन अब्बास हजूरी और उनके बेटे अलियासगर हजूरी करते हैं।

दिलचस्प बात यह है कि ब्रांड को शुरू में सोसियो (Socio) कहा जाता था। समय के साथ जब कंपनी सूरत (गुजरात) में लोकप्रिय हुई, तो मैनेजमेंट ने नोटिस किया कि स्थानीय लोग कोल्ड ड्रिंक के नाम का उच्चारण अलग तरह से करते हैं। वह अपने लोकल डाइलेक्ट और डिक्शन की वजह से सोसियो को सोस्यो कहते थे। कंपनी ने लोगों के बीच प्रचलित हो चुके नाम को मान्यता देने के लिए 1953 में खुद का नाम बदलकर सोस्यो कर लिया।

SHBPL के पोर्टफोलियो में सोस्यो, कश्मीरा, लेमी, जिनलिम, रनर, ओपनर, हजूरी सोडा और S’eau सहित कई बेवरेज ब्रांड हैं। कंपनी के पास कोल्ड ड्रिंक्स के 100 से अधिक फ्लेवर हैं।

इससे पहले कैंपा को खरीद चुकी है रिलायंस

पिछले साल अगस्त में रिलायंस रिटेल वेंचर्स ने घरेलू सॉफ्ट ड्रिंक कैंपा को खरीदा था। PURE DRINKS GROUP ने 1977 में कैंपा कोला लॉन्च किया था। तब इसे खूब पसंद किया गया था।

दरअसल इंदिरा गांधी के आपातकाल के बाद देश में बनी पहली गैर-कांग्रेसी सरकार ने कोका-कोला को भारत में बैन कर दिया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने कोका-कोला को The Foreign Exchange Regulation Act के तहत लाइसेंस देने से मना कर दिया था क्योंकि कंपनी ने अपना सीक्रेट फॉर्मूल शेयर करने से इंनकार कर दिया था।

कोका-कोला के भारतीय मार्केट से आउट होने और सरकार कोल्ड ड्रिंक कंपनी डबल सेवन (77) के बुरी तरह फ्लॉप होने के बाद कैंपा कोला ने अपनी छाप छोड़ी थी। मजेदार बात यह है कि कैंपा कोला बनाने वाली PURE DRINKS GROUP ही पहले भारत में कोका-कोला बनाती थी। हालांकि कोका-कोला बनाने के लिए जो Concentrator इस्तेमाल होता था, वह अमेरिकी प्लांट से ही बनकर आता था।

1992 में कोका-कोला की भारत में दोबारा एंट्री होने के बाद कैंपा-कोला का पतन हो गया। लेकिन अब अंबानी द्वारा कंपनी को खरीदे जाने बाद कैंपा-कोला के फिर से छा जाने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके अलावा SHBPL के साथ ज्वाइंट वेंचर के बाद रिलायंस बेवरेजेस सेगमेंट में मजबूत प्लेयर के रूप में सामने आ सकता है और स्थापित विदेशी कंपनियों को टक्कर दे सकता है।

सोस्यो को लेकर रिलांयस का प्लान

रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ईशा अंबानी ने कहा है कि, “यह जॉइंट वेंचर हमारी उस सोच को दिखाता है जिसके तहत हम देश के स्थापित ब्रैंड्स और स्थानीय कारोबारों को ग्रोथ के नए अवसर प्रदान कर रहे हैं। हम 100 साल पुरानी कंपनी सोस्यो की विरासत को अपने कंज्यूमर ब्रैंड पोर्टफोलियो में शामिल कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि हमारे कंज्यूमर बेस और रिटेल डिस्ट्रीब्यूशन की ताकत से सोस्यो को विकास के नए अवसर मिलेंगे।”