ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) के शेयर की कीमत लगातार गोते खा रही है। मंगलवार को 12 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ शेयर की कीमत 41.20 पर पहुंच गई थी। इस बीच खबर आ रही है कि कंपनी ने 4.65 करोड़ शेयर्स एक रुपये के भाव से ESOPs (employee stock option plan) के तौर पर अपने कर्मचारियों को अलॉट किया है। कंपनी की इस घोषणा के बाद बुधवार (27 जुलाई) को शेयर की कीमत में कुछ सुधार हुआ है और फिलहाल 43 से 44 रुपये के बीच पर ट्रेड कर रहा है।

हालांकि अब भी शेयर की कीमत अपने उच्चतर स्तर से 4 गुना कम है। नवंबर 2021 के मध्य में कंपनी के शेयर की कीमत 169 रुपये तक चली गई थी। इसका मतलब आज के मामूली सुधार के बावजूद कंपनी अपने हाई से ये लगभग 72% और आईपीओ प्राइस से लगभग 45% नीचे है। आठ माह पहले जब राकेश झुनझुनवाला चेतावनी दे रहे थे, तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि जोमैटो के शेयर की कीमत इस तरह धराशायी हो जाएगी।

क्या कहा था झुनझुनवाला ने?

अक्टूबर 2021 में इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के मंच से जाने माने निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने कहा था, ”अभी मैं कहूंगा जोमैटो मत खरीदो तो लोग कहेंगे गधा है।” दरअसल झुनझुनवाला से नई लिस्टेड कंपनियों के वैल्यूएशन को लेकर सवाल पूछा गया था।

जवाब में बिग बुल झुनझुनवाला ने कहा- आखिर किस आधार पर बिना कमाई वाली कंपनियों का मार्केट कैप इतना ज्यादा है। झुनझुनवाला ने जोमैटो के वैल्यूएशन का मजाक उड़ाते हुए कहा था, ”अगर अभी कहूंगा कि जोमैटो मत खरीदो तो लोग कहेंगे गधा है… लेकिन अपन 5 साल बाद मिलेंगे…”

हालांकि कि पांच साल का इंतजार नहीं करना पड़ा। एक साल के भीतर ही उनकी भविष्यवाणी सही साबित हो गई। झुनझुनवाला के अलावा न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अश्वथ दामोदरन ने भी कंपनी के IPO (इनीशियल पब्लिक ऑफर) के लॉन्च के वक्त शेयर की कीमत को काफी महंगा बताया था।

जुलाई 2021 में जोमैटो का आईपीओ प्राइस 76 रुपये प्रति शेयर था। तब दामोदरन ने कंपनी का वैल्यूएशन 39,400 करोड़ रुपये बताते हुए, शेयर की कीमत 41 रुपये के आस पास बतायी थी। 26 जुलाई को कंपनी के शेयर की कीमत, वैल्यूएशन गुरु की बताई कीमत तक पहुंच गई थी। और अब भी उसी के आस-पास है।

वैसे जिस दौरान झुनझुनवाला और दामोदरन जोमैटो पर सवाल उठा रहे थे, तब जोमौटे के शेयर्स के दाम तेजी से ऊपर चढ़ रहे थे। नवंबर 2021 में शेयर की कीमत 169 रुपया और उसका मार्केट कैप 1.33 लाख करोड़ रुपया के करीब पहुंच गया था।

कैसे सही साबित हुई भविष्यवाणी?

इस सवाल का बहुत दिलचस्प जवाब अनुभवी निवेशक शंकर शर्मा (Shankar Sharma) ने 26 जुलाई को एक ट्वीट कर दिया। शर्मा ने लिखा, ”जोमैटो का शेयर मुझे दीवार फिल्म में अमिताभ बच्चन के उस डायलॉग की याद दिलाता है, जब वह अपने पिता की मौत की खबर सुनने के बाद कहते हैं, ‘मर तो वह 20 साल पहले गए थे। आज उन्हें सिर्फ जलाया जा रहा है।’ जोमैटो के शेयर्स का खेल उसकी लिस्टिंग के दिन ही खत्म हो गया था।”

जोमैटो के आईपीओ लॉन्च के वक्त ही अनुभवी निवेशकों को कान खड़े हो गए थे। रामदेव अग्रवाल, राकेश झुनझुनवाला, अश्वथ दामोदरन, शंकर शर्मा जैसे कई दिग्गज लगातार आगाह कर रहे थे कि कंपनी के शेयर की कीमत आज नहीं तो कल लुढ़क जाएगी। एक्सपर्ट्स ने यह भी आशंका जतायी थी कि लॉक-इन पीरियड खत्म होने के बाद जोमैटो के शेयरों में जबरदस्त बिकवाली हो सकती है।

ध्यान देने वाली बात यह भी है कि जोमैटो के शेयर्स में भारी क्रैश की शुरुआत निवेशकों का लॉक-इन पीरियड खत्म होने के बाद ही हुई। 23 जुलाई को निवेशकों के एक साल का लॉक-इन पीरियड खत्म हुआ।

लॉक-इन पीरियड का नियम उन कंपनियों पर लागू होता है, जिनमें प्रमोटर्स होल्डिंग जीरो होती है। जोमैटो भी ऐसी ही कंपनी है। जिन निवेशकों का लॉक-इन पीरियड खत्म हुआ, उनके पास कंपनी के 76% शेयर थे। लॉक-इन पीरियड नई लिस्टेड कंपनियों के शेयर मूल्य में उतार-चढ़ाव को सीमित करता है।

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