अनोना दत्त

देश की करीब एक चौथाई आबादी डायबिटीज (Diabetes) और प्री-डायबिटीज (Pre-Diabetes) की चपेट में है। 10.1 करोड़ लोग डायबिटीज से जूझ रहे हैं, तो 13.6 करोड़ लोग प्री-डायबिटीज स्टेज पर हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि प्री-डायबिटीज के मामले में गांव और शहर का हाल एक जैसा ही है। आईसीएमआर (Indian Council of Medical Research) और मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन (Madras Diabetes Research Foundation) की एक ज्वाइंट स्टडी में यह खुलासा हुआ है। यह रिपोर्ट 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से इकट्ठा किये गए सैंपल और स्क्रीनिंग के आधार पर तैयार की गई है।

क्या है Indiab स्टडी?

Indiab या इंडिया डायबिटीज (India Diabetes) स्टडी, 12 साल लंबा एक प्रोजेक्ट है। इस स्टडी के अलग-अलग चरण में कुल 113,000 लोगों को शामिल किया गया। जिसमें करीब 70 फ़ीसदी (79,506) लोग ग्रामीण इलाकों के हैं। जाने-माने डायबिटीज एक्सपर्ट और रिसर्च के लेखकों में से एक डॉ. वी. मोहन कहते हैं कि आप भारत की जनगणना के आंकड़ों को देखें तो हमारी स्टडी के सैंपल लगभग उसी डेमोग्राफिक पैटर्न पर आधारित हैं।

डॉ. वी मोहन कहते हैं कि आज तक किसी भी देश ने इतने बड़े पैमाने पर ऐसी स्टडी नहीं की है, जिसमें सभी राज्यों का प्रतिनिधित्व हो। अभी तक चीन ने सबसे बड़ी स्टडी की थी, जिसमें 40000 लोगों को शामिल किया था। लेकिन 4-5 जगह से ही डाटा लिया गया था। हमने डोर टू डोर स्क्रीनिंग की और सभी राज्यों में गए। साल 2008 से 2020 के बीच डाटा इकट्ठा किया गया।

ग्रामीण और शहरी इलाकों में किस बीमारी के कितने मरीजे, देखें डाटा

स्टडी में क्या-क्या सामने आया?

1- स्टडी के मुताबिक देश की लगभग एक चौथाई आबादी या तो डायबिटीज का शिकार है या Pre-Diabetic स्टेज पर है। देश की 11.4 फीसदी आबादी (10.1 करोड़ लोग) डायबिटीज की चपेट में है, जबकि 15.3% आबादी (13.6 करोड़ लोग) प्री-डायबिटीज स्टेज पर हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक अभी जो लोग प्री-डायबिटीज स्टेज पर हैं, अगले 5 वर्षों में उनमें से तकरीबन आधे डायबिटीज के मरीज बन सकते हैं। यह बहुत चिंता का विषय है।

2- देश में हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन (Hypertension) के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। तकरीबन 35.5 फ़ीसदी आबादी यानी 31.5 करोड़ लोग हाई ब्लड प्रेशर की चपेट में हैं।

3- स्टडी के मुताबिक देश की 28.6 फीसदी आबादी मोटापे की चपेट में है। वहीं, बॉडी मास इंडेक्स (BMI) पैरामीटर की बात करें तो 39.5 प्रतिशत (35.1 करोड़) लोग पेट के मोटापे (Abdominal Obesity) का शिकार हैं।

4- इसी तरह देश की 24 फीसदी आबादी hypercholesterolemia की चपेट में है। 21.3 करोड़ लोग बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) से जूझ रहे हैं।

शहरी इलाकों में डायबिटीज के ज्यादा मरीज

स्टडी में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है। ग्रामीण इलाकों के मुकाबले शहरी इलाकों में करीब दोगुने लोग मधुमेह की चपेट में हैं। रिसर्च के डाटा पर नजर डालें तो शहरी इलाकों की 16.4 फीसदी आबादी डायबिटीज की चपेट में है, जबकि ग्रामीण इलाकों की 8.9% आबादी डायबिटीज से जूझ रही है।

प्री-डायबिटीज के मामले में गांव-शहर का हाल एक जैसा

लेकिन चिंताजनक बात यह है कि प्री-डायबिटीज के मामले में गांव और शहर की स्थिति लगभग एक जैसी ही है। शहरी इलाकों में जहां 15.4 फीसदी लोग प्री-डायबिटीज स्टेज पर हैं तो ग्रामीण इलाकों में 15.2 प्रतिशत लोग प्री-डायबिटीज से जूझ रहे हैं।

किस राज्य में कितने मरीज?

रिसर्च के मुताबिक दक्षिण भारत के राज्यों में डायबिटीज के सर्वाधिक मरीज हैं। उत्तर भारत की बात करें तो दिल्ली और पंजाब दो ऐसे राज्य हैं, जहां सर्वाधिक डायबिटीज पीड़ित हैं। दूसरी तरफ, सर्वाधिक आबादी वाला राज्य होने के बावजूद उत्तर प्रदेश में महज 4.8 फ़ीसदी लोग शुगर की चपेट में हैं।

40.7% शहरी आबादी हाई बीपी की मरीज

हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर के मामले में भी शहरी आबादी ज्यादा प्रभावित है। शहरी इलाकों के 40.7% फ़ीसदी लोग हाई ब्लड प्रेशर के शिकार हैं, तो ग्रामीण इलाकों में 33% लोग इसकी चपेट में हैं। पंजाब ऐसा राज्य है जहां की आधी से ज्यादा आबादी हाइपरटेंशन की चपेट में है। 51.8 लोग हाई बीपी के शिकार हैं।

हाई कोलेस्ट्रॉल की बात करें तो शहरी इलाकों में 27.4% और और ग्रामीण इलाकों में 22.3 प्रतिशत इसकी चपेट में हैं। केरल ऐसा राज्य है जहां 50.3 फ़ीसदी लोग हाई कोलेस्ट्रॉल के शिकार हैं।