Vicky Kaushal And Sara Ali khan Zara Hatke Zara Bachke Review: घर क्या होता है? इसकी परिभाषा मिडिल क्लास फैमिली से बेहतर शायद ही कोई जानता होगा। घर के लिए ईंट और पत्थर से नहीं बल्कि परिवार से बनता है। मिडिल क्लास समाज का एक ऐसा ही वर्ग है, जो परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए खुद को सपनों को भूल जाता है। समाज के इस वर्ग की उलझनों को विक्की कौशल (Vicky Kushal) और सारा अली खान (Sara Ali khan) ने बखूबी दिखाया है। एक-एक पहलू पर बहुत ही सलीके से पर्दे पर उकेरा गया है। फिल्म ‘जरा हटके जरा बचके’ (Zara Hatke Zara Bachke) को रिलीज कर दिया गया है। ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि फिल्म कैसी है…?

दिल जीत लेगी फिल्म की कहानी

विक्की कौशल और सारा अली खान की फिल्म ‘जरा हटके जरा बचके’ की कहानी आपका दिल जीत लेगी। वैसे देखा जाए तो इसकी कहानी कुछ भी नहीं है, लेकिन जिस तरीके से एक मिडिल क्लास फैमिली और उसकी समस्याओं के साथ सपनों, रोमांस और कॉमेडी को पर्दे पर दिखाया गया है वो कमाल का है। इसकी हर कड़ी आपका दिल जीत लेगी।

फिल्म में इंदौर की रहने वाली एक मिडिल क्लास फैमिली को दिखाया गया है, जिसमें एक कपल सौम्या चावला दुबे और कपिल दुबे अपने एक सपने को पूरा करने के लिए क्या कुछ नहीं करते हैं? वो सपना कुछ और नहीं बल्कि बाकी मिडिल क्लास फैमिली के सपनों के जैसे ही घर का सपना होता है कि अपना घर हो। इस बीच वो जिंदगी के साथ-साथ परिवार, रिश्ता और घर क्या होता है? इसे समझ पाते हैं।

कॉमेडी, ड्रामा और रोमांस का है भरपूर डोज

विक्की कौशल और सारा अली खान की फिल्म ‘जरा हटके जरा बचके’ कॉमेडी, ड्रामा और रोमांस का भरपूर डोज है। इसे आप फुल पैसा वसूल फिल्म भी कह सकते हैं। फैमिली एंटरटेनिंग मूवी में आपको हर कड़ी कुर्सी से बांधे रखने में मदद करती है। डायलॉग्स से लेकर एक्टिंग तक आपको गुदगुदाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। कपल के बीच झगड़े में भी प्यार होता है। फिल्म में एक बेस्ट कपल की परिभाषा को भी दिखाया गया है, जिसके बीच झगड़े में भी रोमांस होता है।

कैसी है विक्की कौशल और सारा की जोड़ी?

इस मूवी के जरिए सारा अली खान और विक्की कौशल की जोड़ी पहली बार पर्दे पर नजर आई है। दोनों की कैमिस्ट्री और एक्टिंग कमाल की है। दोनों को साथ में आप काफी पसंद करने वाले हैं। सारा ने पंजाबी फैमिली से ताल्लुक रखने वाली सौम्या और विक्की ने दुबे परिवार से संबंध रखने वाले कपिल का किरदार शानदार तरीके से निभाया है। इन्हें आप खूब पसंद करने वाले हैं।

धमाकेदार गानों के साथ कसा हुआ है डायरेक्शन

लक्ष्मन उतेरकर ने फिल्म ‘जरा हटके जरा बचके’ का निर्देशन किया है। इसका डायरेक्शन एकदम कसा हुआ है। कम समय में मिडिल क्लास फैमिली की उलझी जिंदगी को बेहतरीन तरीके से दिखाया है। इसके गाने और म्यूजिक हर कड़ी को जोड़ते हैं। फिल्म के हर गाने आपको थिएटर में झूमने पर मजबूर कर देंगे। साथ ही रोमांटिक और सेड सॉन्ग को सुनकर आप प्यार में खो जाएंगे। गानों के साथ सिचुएशन को बेहतरीन तरीके से कनेक्ट किया गया है। इसमें ‘तू है तो फिर मुझे क्या चाहिए’, ‘तेरे वास्ते फलक से’ और ‘सांझा’ (Sanjha) जैसे गाने आपका दिल जीत लेंगे।

कम बजट मगर बड़ा धमाका!

‘जरा हटके जरा बचके’ की कहानी मिडिल क्लास फैमिली के लोगों को ज्यादा प्रभावित करने वाली है। इस फैमिली ड्रामा मूवी को कम बजट में बनाया गया है। इसका बजट करीब 40 करोड़ है और ऐसे में इसकी कहानी और एक्टर्स एक्टिंग को देखने के बाद अनुमान लगाया जा सकता है कि इसे शानदार ओपनिंग करने के साथ-साथ बॉक्स ऑफिस कलेक्शन भी कर लेगी। इसका बजट भले ही कम है मगर धमाका बड़ा है।