फिल्म-योद्धा
डायरेक्टर- सागर अंबरे और पुष्कर ओझा
राइटर- सागर अंबरे
स्टार्स- सिद्धार्थ मल्होत्रा, राशि खन्ना, दिशा पाटनी, रोनित रॉय और अन्य।
समय अवधि- 2 घंटे 10 मिनट

Yodha Movie Review & Rating and Rating: ‘सरकारें तो आती-जाती रहेंगी, नेता आते-जाते रहेंगे, कोई रहे या ना रहे पर ये देश रहना चाहिए…’ पूर्व प्रधानमंत्री और दिवंगत प्राख्यात कवि अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा इस लाइन को अपने भाषण में संसद में कहा गया था। कुछ ऐसा ही फिल्म ‘योद्धा’ (Yodha) में भी दिखाया गया है कि कैसे एक सैनिक के लिए सब चीजें बाद में और देश पहले है। सिद्धार्थ मल्होत्रा की इस मूवी में एक ऐसे योद्धा की कहानी को दिखाया गया है, जिसका मानना है कि वो रहे या ना रहे मगर देश रहना चाहिए। देश के लिए वो कुछ भी करने के लिए तैयार है। इसमें सिद्धार्थ मल्होत्रा के साथ राशि खन्ना और दिशा पाटनी लीड रोल में हैं। उनकी तिकड़ी ने कमाल का काम किया है। साथ ही डायरेक्टर सागर अंबरे और पुष्कर ओझा ने बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया है। ऐसे में चलिए बताते हैं फिल्म की कहानी और एक्टर्स की एक्टिंग के बारे में…

दमदार एक्शन, प्लेन हाईजैक और आतंकवाद की कहानी है ‘योद्धा’

सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म ‘योद्धा’ की कहानी के बारे में बात की जाए तो इसमें प्लेन हाईजैक और आतंकवाद की कहानी को दिखाया गया है। इसके साथ ही दमदार एक्शन सीक्वेंस भी है, जो फिल्म की कहानी में जान डालने का काम करते हैं। इसकी कहानी एक ऐसे योद्धा की है, जो देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी और पिता के सपने को बचाए रखने के लिए संघर्ष करता है। इसके डायलॉग्स और देश प्रेम की भावना आपके रोम-रोम को जोश से भर देगा।

इसकी कहानी शुरू में थोड़ी कमजोर दिखाई देती है। थोड़ी देर के लिए लगेगा कि मूवी में क्या, क्यों और कैसे हो रहा है? हालांकि, फिल्म जैसे-जैसे आगे बढ़ती है। इसमें सिद्धार्थ हजारों फिट पर एक्शन करते दिख रहे हैं, जिस पर निगाहें थम जाती हैं। कमजोर कहानी को मजबूत फिल्म का एक्शन और सिद्धार्थ की एक्टिंग बनाती है। फिल्म की कहानी जैसे-जैसे आगे बढ़ती है रोमांच वैसे-वैसे आने लगता है। इसका अंत और क्लाइमैक्स में थिएटर में लोग तालियां पीटने को मजबूर हो जाते हैं। इस फिल्म की कहानी के जरिए एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते को दिखाया गया है।

कैसी है एक्टिंग?

इसके साथ ही अगर फिल्म ‘योद्धा’ में एक्टर्स की एक्टिंग की बात की जाए तो सिद्धार्थ मल्होत्रा ने कमाल का काम किया है। उनकी डायलॉग डिलीवरी, एक्टिंग और सीक्वेंस कमाल के हैं। फिल्म में एक्टर ने एक कमांडो की भूमिका अदा की है। वो योद्धा अरुण कटियाल के रोल में हैं। वहीं, राशि खन्ना ने एक्टर की पत्नी और एयर अफसर का रोल प्ले किया है, जो एक तरफ पत्नी का रिश्ता तो एक तरफ देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाती हैं। इसके साथ ही दिशा पाटनी के रोल की बात की जाए तो वो एक एयर होस्टेस के किरदार में दिखाई देती हैं। लेकिन, उनके रोल में सस्पेंस होता है और जब इसका खुलासा होता है तो वो पल देखते ही बनता है।

बाकी के स्टार्स की एक्टिंग की बात की जाए तो रोनित रॉय ने एक स्पेशल टास्क फोर्स के सीनियर अफसर होते हैं। उन्होंने सुरेंद्र कटियाल का रोल प्ले किया है, जो सिद्धार्थ मल्होत्रा के पिता बने हैं। वो कैमियो रोल में हैं। सनी हिंदूजा विलेन की भूमिका में हैं, जिन्होंने आतंकी का किरदार प्ले किया है।

डायरेक्शन

‘योद्धा’ के डायरेक्शन की बात की जाए तो की जाए तो इसका निर्देशन सागर अंबरे और पुष्कर झा ने किया है। दोनों की बतौर निर्देशक ये पहली फिल्म है। उन्होंने अपने निर्देशन से भारत और पाकिस्तानी के रिश्ते को स्क्रीन पर एक बार फिर से भुनाने की कोशिश की है। मगर, कहीं ना कहीं वो इसमें असफल दिखाई देते हैं। कहानी कार को लिखने वाले भी सागर अंबरे हैं। मूवी की कड़ियां कमजोर दिखाई पड़ती हैं। पता ही नहीं चलता है कैसे, क्या और क्यों हो गया। ऐसा लगता है कि पाकिस्तान मेकर्स के लिए सेफ टारगेट हो गया है। वो एक ही मुद्दे को बार-बार भुनाना चाहते हैं।

इतना ही नहीं फिल्म में एक गाना है, ‘किस्मत बदल दी…’ इसका तो लॉजिक ही समझ में नहीं आता है। क्योंकि कहानी कुछ और चल रही है और गाना ऐसा जैसे प्यार में धोखा खाया हो। ये गाना उस सीन को जस्टिफाई नहीं करता है। ये समझ से परे होता है कि इसे डाला ही क्यों गया है। खैर, कुल मिलाकर एक्शन सीक्वेंस के प्रेमी हैं और सिद्धार्थ मल्होत्रा को एक बार फिर से आर्मी अफसर के रोल में देखना चाहते हैं तो देख सकते हैं। सिद्धार्थ के फैंस को मूवी काफी पसंद आने वाली है।