CineGram: लकी अली की आवाज देश भर के लाखों लोगों के दिलों में बसी हुई है। हर कोई उनके स्टाइल और आवाज का फैन है। उन्होंने फिल्मों में गाने के साथ-साथ खुद के पर्सनल ट्रैक भी गाए हैं। मगर एक वक्त ऐसा आया जब लकी अली इंडस्ट्री से एक दम दूर हो गए और कई साल बाद उन्होंने इसका कारण भी बताया। उन्होंने इंडस्ट्री को बदतमीज बताया था।
लकी अली के ‘शाम सवेरे’, ‘गोरी तेरी आंखें कहें’ जैसे गाने लोग आज भी सुनते और पसंद करते हैं। लकी अली ने अपनी एल्बम सुनो के साथ इंडी पॉप एरा में एंटर हुए और इसके बाद 20000 में आई ऋतिक रोशन, अमीषा पटेल की फिल्म ‘कहो न प्यार है’ के साथ उन्होंने बॉलीवुड में बतौर प्लेबैक सिंगर डेब्यू किया। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘सुर’ फिल्म के साथ एक्टिंग में भी हाथ आजमाया।
साल 2015 में आई रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘तमाशा’ का ‘सफरनामा’ गाने के बाद उन्होंने बॉलीवुड को गुडबाय कह दिया। अपने करियर के पीक पर उन्होंने ऐसा फैसला क्यों लिया। इसका जिक्र भी खुद उन्होंने ही किया था। हालांकि 9 साल के बाद लकी अली ने ‘दो और दो प्यार’ फिल्म में ‘तू हैं कहां’ गाना गाया।
इंडस्ट्री के बारे में कही थी ये बात
अपने पुराने इंटरव्यू में लकी अली ने बॉलीवुड को लेकर कहा था, “इस जगह में बदतमीजी बहुत है। बॉलीवुड बदल गया है। जो फिल्में आज बन रही हैं उनमें कोई प्रेरणा नहीं रह गई और मुझे लगता है कि ऐसी फिल्मों में सीखने के लिए कुछ नहीं है।”
लकी ने कहा था कि अब जो फिल्में बन रही हैं वो उन्हें पसंद नहीं आ रही। “इस पीढ़ी की फिल्में समाज पर बुरा प्रभाव डाल रही हैं।लोग हिंसक हो रहे हैं क्योंकि वे फिल्मों में जो दिखाया जा रहा है उससे प्रेरित हैं। मेरा मानना है कि फिल्मों के माध्यम से कम धैर्य और अधिक लालच को बढ़ावा दिया जा रहा है।”
बता दें कि लकी अली एक्टर मेहमूद के बेटे हैं। जिन्होंने अपनी आवाज और गानों से इंडस्ट्री में अपनी अलग जगह बनाई है। बता दें कि लकी अली 3 शादियां कर चुके हैं, लेकिन आज भी वो सिंगल हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…