उत्तर प्रदेश के कासगंज में एक महिला सिपाही ने थाना प्रभारी पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आत्मघाती कदम उठाया है। उन्होंने एक वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया जिसे देखकर साथी पुलिसकर्मियों ने उन्हें आत्महत्या करने से बचा लिया। महिला पुलिस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वो थाना प्रभारी राजेश कुमार मीणा पर आरोप लगा रही हैं कि वो पिछले एक महीने से उनका उत्पीड़न कर रहे हैं। इसी वायरल वीडियो को शेयर करते हुए रिटायर्ड आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने टिप्पणी की है।
सूर्य प्रताप सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट से वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘कासगंज में महिला सिपाही की गुहार सुनिए। सब सड़कों पर छोड़िए, थानों में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।’
वीडियो में महिला सिपाही जिनका नाम वैशाली पुंढीर बताया जा रहा है, कहती दिख रही हैं, ‘मैं चाहती हूं कि इसे सही से सबक मिल जाए, कभी किसी महिला को ऐसे टॉर्चर न करे। इसकी वजह से सारी महिला कांस्टेबल परेशान हैं, पिछले महीने से। मेरी स्थिति का जिम्मेदार राजेश कुमार मीणा है। न ही मैं अपनी फैमिली से परेशान हूं ना किसी और से।’
कासगंज में महिला सिपाही की गुहार सुनिए।
अब सड़कों पर छोड़िए, थानों में भी महिलाएँ सुरक्षित नहीं हैं।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 6, 2021
वैशाली ने आगे कहा कि उनकी नई-नई शादी हुई है और इस बात का उन्हें पता चला तो उनके घरवाले उनकी नौकरी छुड़वा देंगे। उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी की वजह से उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया है।
बता दें कि महिला सिपाही को आत्महत्या करने से रोकने के तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया जहां वो अब खतरे से बाहर हैं। इस खबर के सामने आने के बाद सीओ शैलेंद्र परिहार ने कासगंज थाना पहुंचकर मामले की जानकारी ली है। वो महिला सिपाही से मिलने अस्पताल भी पहुंचे।
वहीं थाना प्रभारी राजेश कुमार मीणा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है। सीओ शैलेंद्र परिहार ने कहा है कि महिला सिपाही और थाना प्रभारी के बीच किसी बात को लेकर तनाव की स्थिति थी और इसी कारण महिला सिपाही ने आत्महत्या की कोशिश की।