राजपाल यादव ने भले ही फिल्मों में धीमी शुरुआत की हो, लेकिन उन्होंने 1990 के दशक के अंत में प्रकाश झा के दूरदर्शन शो ‘मुंगेरी के भाई नौरंगीलाल’ में मुख्य भूमिका निभाकर खूब नाम कमाया था। यह शो ‘मुंगेरीलाल के हसीन सपने’ के अगले पार्ट के रूप में शुरू हुआ और देश भर में एक बड़ा हिट रहा। खासकर उन शहरों में जहां लोग दूरदर्शन देखा करते थे।

इसके बाद राजपाल यादव को साल 1999 में आई रवीना टंडन की फिल्म ‘शूल’ में खास रोल के लिए चुना गया था। उस वक्त को याद करते हुए राजपाल ने बताया कि फिल्म का शूट बिहार में हो रहा था और करीब 5 लाख लोग शूटिंग देखने आए हुए थे। उस वक्त 5 स्टेशनों की पुलिस सुरक्षा में लगे हुए थे।

राजपाल ने कहा कि उस वक्त मनोज बाजपेयी का फिल्म ‘सत्या’ से भीखू म्हात्रे का किरदार काफी मशहूर हुआ था और रवीना भी बड़ी स्टार थीं। स्टार्स को देखते ही भीड़ एक्साइटेड हो गई और चिल्लाने लगी। लेकिन नाम सुनकर सभी हैरान रह गए क्योंकि जैसे ही सबकी नजर राजपाल पर पड़ी भीड़ ‘नौरंगी’ चिल्लाने लगी।

क्रू को नहीं पता था कौन है ‘नौरंगी’?

बॉलीवुड हंगामा के साथ राजपाल ने ये किस्सा शेयर किया। एक्टर ने कहा,”जैसे ही मैं नीचे उतरा, सभी ‘नौरंगी’ चिल्लाने लगे। यूनिट के लोग पूछ रहे थे ‘नौरंगी कौन है? भीड़ नौरंगी के लिए चिल्ला रही है। मनोज भाई ने सबसे कहा, ‘वह नौरंगी है।”

राजपाल ने बताया कि क्रू के ज्यादातर लोग मुंबई से थे तो उन्होंने वह शो नहीं देखा था। उन्हें शो की लोकप्रियता का नहीं पता था। राजपाल ने याद किया कि उन्हें प्रकाश झा द्वारा शो के लिए कास्ट किया गया था क्योंकि वह रघुबीर यादव की तरह दिख रहे थे, जिन्होंने मूल शो में टाइटैनिक मुंगेरीलाल की भूमिका निभाई थी। जब वे अपने कलाकारों को फाइनल किया जा रहा था, तो उन्होंने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में पूछताछ की और राजपाल के बारे में जाना, जो संस्थान के पूर्व छात्र हैं। इस किस्से के बारे में मनोज बाजपेयी ने भी लल्लनटॉप के साथ बातचीत में बताया था।