अपने दौर के सुपरस्टार रहे राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) की जिंदगी बेहद उतार-चढ़ाव भरी रही। एक वक्त ऐसा था जब उनकी जिंदगी की हर शाम महफिलों में बीता करती थी, लेकिन जैसे-जैसे उनका करियर ढलान पर आया वैसे-वैसे ये रौनकें भी खत्म हो गईं। आखिरी वक्त में असफलता और अकेलेपन ने राजेश खन्ना को लगभग तोड़ दिया था। उनकी निजी जिंदगी भी कुछ खास नहीं रही। अपने रूमानी किरदार के लिए मशहूर राजेश खन्ना असल जिंदगी में भी बेहद जिंदादिल इंसान थे।

काका अपने स्टाफ की हर जरूरतों का पूरा ख़्याल रखते थे। उनके बच्चों की पढ़ाई से लेकर शादी तक का खर्च उठाने में कभी पीछे नहीं हटे। ऐसा ही एक वाकया तब का है जब काका दिल्ली आ गए थे। यहां उनकी नौकरानी की बहन बेहद बीमार हो गई और उसकी बाईपास सर्जरी करानी पड़ी। राजेश खन्ना की जीवनी ‘कुछ तो लोग कहेंगे’ में यासिर उस्मान लिखते हैं कि दिल्ली में राजेश खन्ना के घर काम करने वाली उनकी नौकरानी की बहन की बाईपास सर्जरी होनी थी।

राजेश खन्ना ने उठाया सर्जरी का खर्च: काका ने सर्जरी का पूरा खर्च उठाया। सर्जरी के बाद डॉक्टर ने बताया कि वो महिला 3 महीने तक काम नहीं कर सकती है। इसके बाद काका परेशान हो उठे। उस वक्त काका के करीबी रहे भूपेश रसीन बताते हैं, ‘आधी रात से ज्यादा का वक्त हो गया था। मैं सो गया था, तभी फोन की घंटी बजी। दूसरी तरफ काका थे। उन्होंने कहा- भूपेश जिप्सी निकाल और फोन काट दिया…।’

आधी रात राशन लेकर पहुंचे झुग्गी में: भूपेश कहते हैं, मैं हैरान था कि आधी रात को काकाजी को ऐसी क्या जरूरत आन पड़ी। काका कुर्ता-पायजामा पहने घर से बाहर निकले और कहा सोनू जनरल स्टोर को फोन करो और बोलो कि 6 महीने के राशन को बड़े-बड़े डिब्बों और जार में पैक करके रखे। हम पहुंच रहे हैं। मैंने कहा, काका जी इस वक्त क्या हड़बड़ी है… सुबह कर लेंगे। लेकिन उन्होंने कहा नहीं, अभी इसी वक्त करना है।

आधी रात को स्टोर खुलवाकर राशन पैक करवाया गया और उसे जिप्सी में लादकर हम सीधे दिल्ली के लोधी कॉलोनी के पास बसी झुग्गियों में पहुंचे, जहां उस नौकरानी का घर था और सारा राशन उसके घर उतरवा दिया। भूपेश कहते हैं कि काका ने कभी पैसों की फिक्र नहीं की। बेहद खुले दिल के आदमी थे।

कार पर डिस्काउंट मांगा तो भड़क गए काका: ऐसा ही एक वाकया और हुआ जब एक कार डीलर राजेश खन्ना के बंगले ‘आशीर्वाद’ में उन्हें एक नई कार दिखाने के लिए गया था। कार का मॉडल दिखाने के बाद जब वह जाने लगा तो काका के स्टाफ में काम करने वाले प्रशांत कुमार रॉय ने उससे पूछ लिया कि डिस्काउंट कितना दोगे? इतना सुनने के बाद राजेश खन्ना बिफर पड़े। उन्होंने प्रशांत को अंदर बुलाया और डांटते हुए कहा, ‘अगर कार खरीदनी है तो पूरी कीमत देकर खरीदो…वरना खरीदो ही मत। राजेश खन्ना कभी डिस्काउंट नहीं लेता…।’