शशि कपूर की क्लासिक फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदर’ के लिए राज कपूर की पहली पसंद हेमा मालिनी (Hema Malini) थीं। लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद राज कपूर ने हेमा को फिल्म में लेने का फैसला बदल लिया। दरअसल, राज कपूर जब अपने नए प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे तब वह ‘रूपा’ को ढूंढ रहे थे। उस वक्त इस रोल के लिए ‘ड्रीम गर्ल’ हेमा मालिनी राज कपूर के दिलों दिमाग में छाई हुई थीं। उन्हें उस वक्त लग रहा था कि इस तरह के अवतार में हेमा मालिनी खूब फबेंगी।

ऐसे में उन्होंने हेमा मालिनी को अप्रोच किया, लेकिन हेमा मालिनी इतने बोल्ड सीन करने के लिए तैयार नहीं हुईं। वहीं उन्होंने डेट्स का इशू भी बताया। ऐसे में हेमा ने इस फिल्म को करने से इनकार कर दिया था। वो दौर 70-80 के दशक का था, जब हिरोइनें ज्यादा बोल्ड नहीं हुआ करती थीं।

फिल्म के लिए शशि कपूर तो फाइनल थे ही। लेकिन हेमा के मना करने के बाद अब राज कपूर सोच में पड़ गए कि ‘रूपा’ का क्या होगा। इस दौरान उनकी मुलाकात जीनत अमान से हुई। इस बारे में खुद जीनत अमान ने बताया था।

जीनत और राज कपूर एक फिल्म में साथ काम कर रहे थे जिसका नाम था- ‘वकील बाबू’। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान राज कपूर ने जीनत अमान को अपनी फिल्म की स्क्रिप्ट की डिटेलिंग दी थी। वहीं फिल्म की हिरोइन ‘रूपा’ को लेकर जब राज कपूर ने जीनत को बताया तो वह उस रोल में खुद को ढालने के सपने देखने लगीं। उस दिन तो जीनत ने राज कपूर से रूपा का किरदार निभाने की इच्छा जाहिर नहीं की थी। लेकिन रूपा बनने की ख्वाहिश जीनत के मन में आ गई थी।

ऐसे में एक दिन जीनत अमान घाघरा चोली पहन कर रूपा के किरदार में ढल गईं और राज कपूर के ऑफिस जा पहुंची। पहले तो कोई जीनत को पहचान ही नहीं पाया। इसके बाद जब जीनत राज कपूर के ऑफिस पहुंचीं तो राज कपूर भी उन्हें पहचान नहीं पाए।

फिर बाद में उन्हें सच पता चला तो उन्होंने कहा कि उन्हें जीनत में ‘रूपा’ दिख गई। इसके बाद इस फिल्म में रूपा का किरदार जीनत अमान ने निभाया। ये रोल एक आइकॉनिक किरदार बनकर उभरा। इस फिल्म के गाने सुपरहिट साबित हुए। ये फिल्म उस वक्त की सबसे हिट और बोल्ड फिल्म में से एक मानी गई। वहीं जीनत अमान को भी ‘बोल्ड लेडी’ के तौर पर एक खास पहचान मिली।