भारतीय सिनेमा के शो मैन कहे जाने वाले राज कपूर की गिनती इतिहास के सबसे प्रसिद्ध फिल्म अभिनेताओं, निर्माताओं और निर्देशकों में से एक में होती है। उन्होंने हिंदी सिनेमा को कई बेहतरीन फिल्में दी हैं। आज भी उनके द्वारा बनाई गई फिल्मों को लोग देखना पसंद करते हैं। इतना ही नहीं, उनके जीवन से जुड़े किस्से आज भी मशहूर है। ऐसा ही एक किस्सा आज हम आपको बताने जा रहे हैं। जो उनकी फिल्म प्रेमरोग से जुड़ा है।
दरअसल बात 1980 की है, जब राज कपूर अपनी फिल्म प्रेमरोग के लिए कास्टिंग कर रहे थे। फिल्म के लिए ज्यादातर लोगों की कास्टिंग हो चुकी थी, लेकिन फिल्म में राजा वीरेंद्रसिंह के किरदान के लिए एक्टर की तलाश थी। राजा का किरदार निभाने के लिए एक दबंग और भारी आवाज वाले इंसान की जरूरत थी। लगातार 2 महिने तक ऑडिशन किए गए। कई कलाकारों को बुलाया गया लेकिन राज कपूर को कोई किरदार में फिट होता नजर नहीं आ रहा था। फिर शोमैन को नमक हलाल में शायर का रोल निभाने वाले एक्टर का ख्याल आया। वो एक्टर कोई और नहीं रजा मुराद थे।
राज कपूर की बात सुन कर सभी हैरान रह गए। सभी ने सोचा एक नया लड़का, जिसका नाम खुद राज कपूर भी नहीं जानते, उसे फिल्म में इतने खास रोल के लिए कैसे चुन सकते हैं। परिवार के लोगों ने इसके लिए राज कपूर को बहुत समझाया लेकिन राज कपूर ने किसी की एक ना सुनी और रजा मुराद को खोजने के आदेश दे दिए।
राज कपूर से रजा मुराद को मिलवाया गया। रजा को बिना ऑडिशन के ही राजा वाले कपड़े, ज्वेलरी वगैरह पहनाए गए, मेकअप किया गया और प्रेमरोग के राजा वीरेंद्रसिंह के लुक में राज कपूर रजा मुराद को सबके सामने लाए,प्रेम रोग रजा मुराद के लिए टर्निंग पाइंट साबित हुई।
बता दें फिल्मी कॅरियर में रजा ने 250 से ज्यादा फिल्मों में काम किया और ज्यादातर फिल्मों में वे विलेन की भूमिका में रहे। रजा मुराद ने फिल्मी पर्दे पर पिता, चाचा या फिर विलेन का रोल किया है। वे जिस भी किरदार में पर्दे पर उतरते, उसे इतना शिद्दत से निभाते कि हर कोई उनका मुरीद हो जाता। वे संजय लीला की कई फिल्म पद्मावत, बाजीराव मस्तानी में भी विलेन की भूमिका निभा चुके हैं।