ममता कुलकर्णी कुछ दिनों पहले महाकुंभ के दौरान किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनने और अपने बयानों के चलते काफी सुर्खियों में थीं। ममता कुलकर्णी कई सालों से फिल्मी दुनिया से दूर हैं, मगर जो वो इंडस्ट्री में एक्टिव थीं तो उन्होंने कई विवादित बयान दिए थे। इनमें से एक श्रीदेवी और रेखा को लेकर भी था, जिसमें उन्होंने दोनों एक्ट्रेसेस को कॉस्मेटिक ब्यूटी बताया था।

ममता कुलकर्णी ने मेहुल कुमार की 1992 की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘तिरंगा’ से हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया था। उन्हें अक्सर हिंदी फिल्मों के इतिहास में सबसे शानदार अभिनेत्रियों में से एक माना जाता है, जिन्होंने ब्लॉकबस्टर कमर्शियल फिल्मों के जरिए बड़ी सफलता हासिल की। ​​बॉलीवुड में ममता कुलकर्णी के शानदार एक्टिंग करियर की कुछ सबसे यादगार फिल्मों में ‘वक्त हमारा है’, ‘क्रांतिवीर’, ‘करण अर्जुन’, ‘सबसे बड़ा खिलाड़ी’, ‘आंदोलन’, ‘बाजी’, ‘चाइना गेट’, ‘आशिक आवारा’,
‘कभी तुम कभी हम’ समेत कई फिल्में शामिल हैं।

ममता कुलकर्णी अपनी एक्टिंग के साथ अपने डांस के लिए भी जानी जाती थीं। ममता कई चार्टबस्टर्स की सीरीज में भी नजर आईं जो आज भी बजाए जाते हैं। ममता के कुछ सबसे यादगार गानों में ‘कितने दिनों के बाद’, ‘आएगी हर पल तुझे’, ‘एक मुंडा’, ‘भांगड़ा पाले’, ‘भोली भाली लड़की’, ‘मुझको राणा जी माफ करना’ शामिल हैं। ममता ने साल 2002 तक फिल्मों में काम किया और इसके बाद इंडस्ट्री छोड़ी दी। ममता की छवि काफी बोल्ड थी और वो बातें भी बिंदास करती थीं।

उन्होंने लेहरें को दिए एक पुराने इंटरव्यू में अपने करियर की शुरुआत के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें अपनी खूबसूरती पर यकीन था और वो अपने चेहरे के कारण ही इंडस्ट्री में आई हैं। इसके साथ ही उन्होंने रेखा और श्रीदेवी का जिक्र करते हुए उन्हें कॉस्मेटिक ब्यूटी कहा था। ममता ने कहा था, “पहली चीज आपके पास चेहरा होना चाहिए। कुछ औरतों के पास ये नहीं होता। श्रीदेवी थीं, रेखा थीं जो पूरी तरह कॉस्मेटिक ब्यूटी थीं। लेकिन उन्हें किसी ने बनाया था, उनके पीछे कोई था, मेरे पीछे कोई नहीं था।”

इसी इंटरव्यू में ममता कुलकर्णी ने अपने बॉलीवुड के सफर के बारे में भी बात की थी। एक्ट्रेस ने बताया कि कैसे उन्होंने बिना किसी सपोर्ट के हिंदी फिल्मों में पहचान बनाई। उन्होंने कहा कि उनके परिवार में पैसों की कमी नहीं थी, इसलिए उन्हें करियर की शुरुआत में अजीब परिस्थितियों का सामना नहीं करना पड़ा।

रवीना टंडन और पूजा भट्ट पर भी किया था कटाक्ष

इसके अलावा, उसी इंटरव्यू में ममता कुलकर्णी ने अपनी जर्नी की तुलना रवीना टंडन और पूजा भट्ट से की थी। उन्होंने कहा कि दोनों एक्ट्रेसेस के पास उनके पिता, रवि टंडन और महेश भट्ट थे, जो उनका मार्गदर्शन करते थे, लेकिन उनके पास कोई नहीं था। फिर भी, वो फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में सफल रहीं। उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें नहीं पता था कि कौन सा निर्माता किस लेवल का है, और समय बीतने के साथ उन्होंने खुद ही ये पता लगा लिया।

ममता ने कहा था, “मेरे पास कोई फिल्मी बैकग्राउंड नहीं था। आपने ये सवाल पूछा मेरे पास फिल्मी बैकग्राउंड बिल्कुल नहीं थी। जैसे आज रवीना हैं, उनके पास एक पिता हैं, और पूजा (पूजा भट्ट) के पास एक पिता हैं। तो खास तौर पर कैसी बात करनी है। ये सब किसी ने मुझे सिखाया नहीं। मैंने खुद ही सीखा।”

आपको बता दें कि ममता कुलकर्णी साल 2024 के अंत में 25 साल बाद भारत लौटी हैं। जिसके बाद उन्होंने अपना एक वीडियो शेयर कर फैंस को जानकारी दी थी। उन्होंने   अपने इंस्टाग्राम हैंडल से अपना एक सेल्फी वीडियो शेयर किया था, जिसमें वो मातृभूमि भारत लौटने पर भावनाओं को व्यक्त करती दिखीं। वीडियो में एक्ट्रेस ने कहा था कि वो 2000 से भारत से बाहर के अपने पूरे सफर को लेकर काफी भावुक हैं और अब ठीक 2024 में भारत लौट आई हैं। उन्होंने कहा कि वो मातृभूमि पर आकर काफी खुश हैं। ममता ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वो इंडिया लौटने की खुशी को कैसे जाहिर करें।

वीडियो कैप्शन में उन्होंने लिखा था, “मैं 25 साल के बाद अपने घर इंडिया वापस आई हैं। 12 साल की तपस्या के बाद 2012 में कुंभ मेले में हिस्सा लिया और ठीक 12 साल के बाद अब ठीक 2025 के एक और महाकुंभ के लिए वापस आई हूं।”

क्यों भारत छोड़कर गई थीं ममता कुलकर्णी?

ममता कुलकर्णी हाल ही में ‘आप की अदालत’ शो का हिस्सा बनी थीं। जिसमें उनसे पूछा गया कि आपको लोगों ने इतना बड़ा स्टार बनाया, आपके पीछे लाखों लोगों की भीड़ दौड़ती थी। आप अचानक गायब हो गईं और किसी को कुछ बताया नहीं। इसके जवाब में एक्ट्रेस ने कहा कि अचानक ऐसा लगा कि ये जो बॉलीवुड इंडस्ट्री है, ये जैसे एक भ्रम है, जैसे एक माया है। ऐसे ही लोग भटकते रहे सब, माया के पीछे और चकाचौंध के पीछे। इसके बाद होस्ट कहते हैं कि क्या करीना-कटरीना सब भटक रहे हैं।