लेजेंड सिंगर लता मंगेशकर ने अपने जीवन में बहुत उतार चढ़ाव देखे हैं। फिर भी बिना रुके थके वह अपने लक्ष्य को साधते हुए आगे बढ़ती रहीं। 12 साल की उम्र में लता मंगेशकर फिल्मों में गाने लगी थीं। लता मंगेशकर शालीन गाने गाना पसंद करती थीं। ऐसे में शुरुआत में तो उन्होंने जैसे तैसे गाने गाए। पर एक बार जब लता मंगेशकर का परचम इंडस्ट्री में लहराने लगा, उसके बाद उन्होंने अपनी शर्तों के हिसाब से गाने गाने शुरू कर दिए।
लता मंगेशकर ने बताया था कि- ‘शुरुआत में मेरे सामने सिर्फ एक बात थी-परिवार। मेरे पिता की डेथ के बाद मैंने 6 साल काम किया, मुझे कुछ नहीं मिला। मैं गाती रही, फिल्मों में भी काम किया। तब प्ले बैक सिंगर की ऐसे हैसियत भी नहीं होती। मैं छोटी भी थी। लेकिन फिर भी मेरे सामने सिर्फ एक चीज थी कि मुझे मेरा घर संभालना है। फिर बाद में जाकर मुझे लगने लगा कि जब अच्छे गाने मिल सकते हैं तो क्यों चीप गाना गाएं। मैंने लावणी शांताराम जी की फिल्म में गाई थी। एक दो लावणी मैंने एक दो और फिल्मों में गाई थी। पर बाद में कभी लावणी नहीं गाई।’
ऐसा भी हुआ जब लता मंगेशकर को म्यूजिक डायरेक्टर का संगीत पसंद न आया हो या फिर गाने के बोल अच्छे न लगे हों। ऐसे ही एक बार लता मंगेशकर ने लेजेंड राज कपूर को उनकी फिल्म के एक गाने को गाने से मना कर दिया था। राज कपूर ने जब इसके पीछे की वजह पूछी तो लता मंगेशकर ने कहा था कि उन्हें कोई वल्गर गाना नहीं गाना।
लता मंगेशकर ने न्यूज 24 को दिए इंटरव्यू में बताया था- ‘शुरु-शुरु में मैं बोल बदलवाती थी कि अगर कुछ वल्गर हो तो मैं नहीं गाऊंगी। बाद में सब म्यूजिक डायरेक्टर्स को मालूम हो गया था कि लता इस टाइप के गाने गाती नहीं है। तो ऐसे गाने मेरे पास आते ही नहीं थे।’
लगा मंगेशकर ने बताया था कि- ‘मुझे बुड्ढा मिल गया गाने को लेकर एक बार ऐसा हुआ था। मैंने कहा था मैं ये गाना नहीं गाऊंगी। मुझे अच्छा नहीं लग रहा है कुछ। उसके बोल मुझे पसंद नहीं आए थे। तो राज कपूर साहब ने मुझे कहा, ‘नहीं ये मजाक हो रहा है वो अपने पति को चिढ़ा रही है। मैं इस गाने को ऐसे बनाऊंगा कि जिसमें ऐसा नहीं लगेगा कि ये वल्गर है।’ इसी शर्त पर मैंने वो गाना गाया। पर वो पिक्चर मैंने नहीं देखी, इस गाने की वजह से।’
लता मंगेशकर ने आगे कहा था- ‘मेरे म्यूजिक डायरेक्टर्स से मेरे बहुत झगड़े हुए हैं। मुझे लोग कहते थे ये बहुत झगड़ालू है। हालांकि ऐसे झगड़े नहीं होते थे, पर कोई न कोई मैं ऐसी बात कह जाती थी। मुझे गुस्सा बहुत आता था तब। अब नहीं आता।’