हिंदी सिनेमा की दिग्गज एक्ट्रेस मधुवाला सुंदरता की मूरत की तरह था। साल 1940 के दशक में मधुबाला की इंडस्ट्री में बोल-वाला था। ‘मुगल-ए-आजम’ की ‘अनारकली’ मधुबाला इस दुनिया को अलविदा कह चुकी हैं। एक्ट्रेस मधुबाला का फिल्मी करियर जितना शानदार था, उनका निजी जीवन उतना ही विवादित था। उनकी पर्सनल लाइफ को लेकर तरह-तरह की बातें की जाती हैं लेकिन उनकी छोटी बहन मधुर भूषण ने मधुबाला और दिवंगत एक्टर दिलीप कुमार के रिश्ते पर हाल ही में एक इंटरव्यू में बात की है।

दरअसल हाल ही में मधुर भूषण ने ई-टाइम्स संग बात की है। बहन मधुर भूषण ने मधुबाला की जिंदगी की हर परत पर बात की। एक्ट्रेस को गुजरे 55 साल हो गए। अब मधुबाला की बायोपिक बनने जा रही है। फेमस फिल्म डायरेक्टर इम्तियाज अली एक्ट्रेस की बायोपिक बनाने जा रहे हैं। मधुर भूषण ने कहा है कि 5 साल से मधुबाला की बायोपिक बनाने की कोशिश हो रही हैं लेकिन कभी किसी तो कभी किसी बाधा की वजह से बन नहीं पा रही थी। लेकिन अब मधुबाला की बायोपिक बनाने के लिए सभी भाई बहनों ने हां कर दी है।

मधुर ने मधुबाला की बीमारी के बारे में बात करते हुए मधुर ने बताया कि साल 1957 में में मधुबाला की तबियत बिगड़ गई। मधु आपा को खून की उल्टी हुई थी और बंबई में डॉक्टरों ने उन्हें इलाज के लिए लंदन जाने का सुझाव दिया था। लंदन में इलाज के दौरान उनके दिल में छेद पाया गया। इसके बाद किशोर कुमार ने खुद परिवार को आपा के दिल में छेद होने की जानकारी दी थी।

मधुर ने आगे बताया कि आपा ने पिताजी से कहा था कि उन्हें डॉक्टरों की बात नहीं सुननी चाहिए और उनकी ओर से फिल्में साइन करनी चाहिए। उन्हें विश्वास था कि वो 3-4 दिनों में सेट पर लौट आएंगी। हालांकि, किशोर ने उन्हें इसे गंभीरता से लेने और कम से कम छह महीने आराम करने के लिए कहा था। लेकिन वे छह महीने 9 साल में बदल गए। और मधुबाला 23 फरवरी, 1969 में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।

मधुर ने दिलीप कुमार के साथ चर्चित कोर्ट केस पर भी बात की। उन्होंने बताया कि मधुबाला दिलीप कुमार से कोई दिक्कत नहीं थी। कोर्ट केस न होता तो मधुबाला की शादी शायद दिलीप कुमार से हो जाती। उन्होंने दिलीप साहब से हमारे पिता से माफी मांगने का आग्रह किया था। उन्होंने दिलीप साहब को मनाने की कोशिश की थी और कहा था कि, जो बीत गया उसे बीत जाने दो। बस अपने रिश्ते के लिए एक सॉरी कह दो। दिलीप साहब ने मना कर दिया। लेकिन जब पिताजी को लंदन से आते ही पिताजी ने शादी करने की इज़ाजत दे दी थी, लेकिन मधुबाला और किशोर तुरंत शादी करने की ज़िद करने लगे थे।