करण जौहर इन दिनों Bigg Boss OTT को लेकर सुर्खियों में हैं। धर्मा प्रोडक्शन के मालिक करण जौहर प्रोडक्शन के साथ साथ निर्देशन, पटकथा लेखन, कॉस्ट्यूम डिजाइन आदि का भी काम करते हैं। धर्मा प्रोडक्शन उनके पिता मशहूर प्रोड्यूसर यश जौहर ने साल 1979 में स्थापित की थी। यश जौहर की शुरुआती कुछ फिल्में फ्लॉप साबित हुईं। उसी दौर का एक किस्सा करण जौहर ने The Kapil Sharma Show पर सुनाया था।

उन्होंने बताया था, ‘मैं मुंबई में जहां पला-बढ़ा वहां लोग हिंदी फिल्में देखते ही नहीं थे। उनका था कि- हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से आप हो कौन? मैं सबको झूठ बोलता था कि मेरे पिता बिजनेसमैन हैं। एक दिन वर्ली नाका पर मेरे पिता की फिल्म का बहुत बड़ा पोस्टर लगा था। फिल्म थी ‘मुकद्दर का फैसला’। वो इतिहास की सबसे बड़ी फ्लॉप फिल्म है।’

करण ने आगे बताया था, ‘यश जौहर..पता नहीं उन्होंने पोस्टर पर इतना बड़ा नाम क्यों लिख दिया था। मैं उस वक्त 8वीं या 9वीं में था। लोग पोस्टर दिखाकर पूछने लगे कि ये तुम्हारे पिता हैं यश जौहर? मैंने कहा नहीं तो…वो तो कोई और है, मेरे पिता तो बिजनेसमैन हैं।’

इसके कुछ समय बाद यश जौहर ने फिल्म, ‘अग्निपथ’ बनाई। फिल्म ज्यादा सफल नहीं हुई लेकिन युवाओं ने उसे काफी सराहा था। इस फिल्म के बाद करण ने अपने दोस्तों के सामने स्वीकार किया था कि यश जौहर उनके पिता हैं।

 उन्होंने बताया था, ‘अग्निपथ में अमित जी (अमिताभ बच्चन) एक नए रोल में थे। युवाओं को बड़ा अच्छा लगा। तब सारे लड़के आने लगे कि अग्निपथ क्या तुम्हारे पापा ने बनाई, क्या फिल्म है यार! मैंने कहा हां, वो मेरे पापा ने ही बनाई है।’

करण जौहर ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर की थी। आदित्य चोपड़ा की फिल्म, ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ में उन्होंने असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम किया। साल 1998 में आई फिल्म, ‘कुछ कुछ होता है’ से उन्होंने बतौर निर्देशक अपना डेब्यू किया। इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट डायरेक्टर और बेस्ट स्क्रीनप्ले का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला।