हिंदी सिनेमा की सबसे बेहतरीन फिल्मों में शामिल ‘शोले’ साल 1975 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म का एक-एक कैरेक्टर मशहूर हुआ था। सांबा और अंग्रेजों के जमाने के जेलर से लेकर ठाकुर, जय-वीरू, बसंती और गब्बर के डायलॉग्स आज भी लोगों की जुबान पर चढ़े हुए हैं। इस फिल्म के लिए जब स्टार कास्ट चुनी जा रही थी तब सबसे पहले धर्मेंद्र को फिल्म में जगह मिली थी। तब फिल्ममेकर्स जय-वीरू, गब्बर और ठाकुर की तलाश में थे।

जब धर्मेंद्र ने स्क्रिप्ट पढ़ी तो उन्हें फिल्म में ठाकुर का किरदार बहुत पसंद आया था। तब उन्होंने डायरेक्टर को कहा था कि वह फिल्म में ठाकुर का रोल प्ले करेंगे। लेकिन फिर अचानक धर्मेंद्र का मन बदल गया और वह वीरू बनने की जिद करने लगे।

फिल्म मेकर्स तब तक वीरू के रोल के लिए संजीव कुमार को चुन चुके थे। इस फिल्म में वीरू का पेयर बसंती के साथ था। धर्मेंद्र को पता चला कि बसंती का रोल हेमा मालिनी निभा रही हैं ऐसे में धर्मेंद्र हेमा के करीब रहने के लिए वीरू के रोल के लिए तैयारी करने लगे। पर इस बीच संजीव कुमार की एंट्री हो चुकी थी। खबरें ये भी थीं कि सेट पर संजीव कुमार ने हेमा मालिनी को अपने दिल की बात भी कह दी थी। लेकिन हेमा मालिनी ने संजीव कुमार के प्रपोजल को मना कर दिया था।

इस बारे में जब धर्मेंद्र को पता चला था तो उन्होंने वीरू का रोल पाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी। हालांकि पहले धर्मेंद्र ठाकुर के किरदार को लेकर काफी एक्साइटेड थे। अब जब धर्मेंद्र ‘वीरू’ बनने का तय कर चुके थे तो उन्होंने रिहर्सल भी शुरू कर दी थी।

इस बीच हेमा मालिनी और धर्मेंद्र के बीच लव अफेयर की शुरुआत हो गई। कहा जाता है कि फिल्म के एक सीन के लिए तो धर्मेंद्र ने जानबूझ कर टेक पे टेक लिए थे। फिल्म में बंदूक से निशाना साध कर आम तोड़ने वाला एक सीन था जिसमें हेमा को धर्मेंद्र की बाहों में आना था।

इस सीन को करने में धर्मेंद्र ने जानबूझकर वक्त लिया था। बताया तो ये भी जाता है कि धर्मेंद्र ने इसके लिए लाइटमैन को पैसे भी दिए थे। ताकि शॉट जल्दी निपट न सके। इस फिल्म के बाद धर्मेंद्र और हेमा का प्यार परवान चढ़ गया था। साल 1980 में धर्मेंद्र और हेमा ने एक दूसरे से शादी कर ली थी।