Ritesh Pandey Struggle: बिहार के सासाराम जिले के एक छोटे से गांव करगहर में जन्में रितेश आज भोजपुरी के कामयाब नायक बन चुके हैं। लेकिन कभी ऐसा भी समय था जब वह अपनी ही गाए गाने की कैसेट को लेकर दर-दर भटकते थे। ऐसे भी हालात आ गए थे कि वह घर नहीं जा पाते थे क्योंकि उनका परिवार गाने गाने के खिलाफ था। तब ऐसी परिस्थिति में वह जिस स्टूडियों में अपना गाना रिकॉर्ड कराया था वहीं खाने सोने लगे थे। चूंकि रितेश पढ़ाई में अच्छे थे। उन्होंने बायोलॉजी से इंटर की परीक्षा काफी अच्छे अंको से पास की थी। लिहाजा परिवार चाहता था कि रितेश कोटा में जाकर पीएमटी की तैयारी करें। लेकिन बचपन से ही गाने के शौक ने उनकी राह मोड़ दी। गाने को लेकर यार-साथियों से उनको काफी हौसला मिलता मिला। बस क्या था रितेश ने अपना एक एल्बम निकालने का मन बना लिया। परिवार ने काफी विरोध किया लेकिन वो अपने फैसले पर अडिग रहे। कुछ पैसे जुटाकर वह बनारस के एक स्टूडियो पहुंच गए। रिकॉर्डिंग पूरी हो गई। गाने का कैसेट आ गया।
फिर वो दौर आया जब रितेश की किस्मत बदली। मजाक-मजाक में गाया हुआ एक गाना काफी हीट हो गया। वह गाना था कड़ुवा तेल जो साल 2014 में रिलीज हुआ था। रितेश ने खुद इस बात खुलासा एक इंटरव्यू में किया है। रितेश ने इस गाने को पेन ड्राइव में लेकर यूपी-बिहार के हर शहर के सॉन्ग डाउनलोडर्स के पास गए और उनसे हर किसी के मोबाईल में डालने की मिन्नते कीं। रितेश के इस प्रयास ने रंग लाया और यह गाना काफी हीट हुआ। इसके बाद रितेश ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा।
साल 2015 में दर्द दिल के और साल 2017 में पियवा से पहिले हमार रहलु ने रितेश को भोजपुरी का स्टार गायक बना दिया। पियवा से पहिले हमार रहलु गाने को यूट्यूब पर महज दस दिनों के अंदर 60 लाख व्यूज मिले थे। रितेश की आने वाली फिल्मों में मजनुआ, सइयाँ थानेदार, फ़र्ज़, राजा राजकुमार, रामकृष्ण बजरंगी परवरिश, काशी विश्वनाथ शामिल हैं।