आशा भोंसले और लता मंगेशकर का हिंदी संगीत में बहुत बड़ा योगदान रहा है। आशा भोंसले ने राहुल देव बर्मन के साथ मिलकर कई मुश्किल गाने दिए जिनमें वेस्टर्न म्यूजिक का टच था। साल 1966 में आई फिल्म, ‘तीसरी मंजिल’ का गाना ‘आजा आजा मैं हूं प्यार तेरा’ भी बेहद ही मुश्किल गाना था जिसे आरडी बर्मन ने आशा भोंसले से गवाया।
इस गाने के लिए आशा भोंसले को 10 दिनों तक रियाज करना पड़ा जो कि अमूमन वो करती नहीं थीं। आशा भोंसले ने अपने एक इंटरव्यू में भी कहा था कि जब आरडी बर्मन ने उन्हें ये गाना दिया तो उन्हें लगा कि वो इतना मुश्किल गाना नहीं गा पाएंगी। अनु कपूर ने इस किस्से का जिक्र अपने रेडियो शो में किया था।
आशा भोंसले ने कड़े रियाज के बाद गाना गाया जिसे सुनकर आरडी बर्मन बेहद खुश हुए। उन्होंने इनाम के तौर पर आशा भोंसले को 100 रुपए दिए। उनकी खुशी देखकर आशा भोंसले ने उनसे अपने मन की बात कह डाली। उन्होंने आरडी बर्मन से शिकायती लहजे में कहा, ‘तुम सभी अच्छे गाने तो दीदी (लता मंगेशकर) को दे देते हो और मुझे वो गाने देते हो जो मुश्किल होते हैं और जिन्हें कोई और नहीं गा पाता।’
उनकी इस बात पर आरडी बर्मन ने कहा कि तुम सभी तरह के गाने गा सकती हो, इसलिए मैं बनाता हूं, अगर नहीं गाओगी तो मैं मुश्किल म्यूजिक कंपोज नहीं करूंगा। आशा भोंसले ने इसके बाद भी आरडी बर्मन के साथ मिलकर कई मुश्किल गाने गाए जो आज भी हिट हैं।
आशा भोंसले और आरडी बर्मन में साथ काम करने के दौरान ही प्यार हुआ। दोनों पर पश्चिमी संगीत का प्रभाव था जिस कारण दोनों और करीब आए। जब दोनों ने शादी का फैसला किया तो आरडी बर्मन की मां नाराज हो गईं। वो आशा को अपने घर की बहू बनाने के खिलाफ थीं।
इसके कुछ समय बाद आरडी बर्मन के पिता एसडी बर्मन का निधन हो गया जिसके बाद उनकी मां को मानसिक बीमारी हो गई। मां की खराब हालत को देखते हुए आरडी बर्मन ने आशा भोंसले से शादी कर ली। दोनों की शादी साल 1980 में हुई थी।