अमर सिंह (Amar Singh) सियासी गलियारों में जितना चर्चित थे, उससे कहीं ज्यादा उनकी चर्चा ग्लैमर और कॉरपोरेट इंडस्ट्री में होती थी। हर जगह उनके दोस्त थे और अमर सिंह अपनी दोस्ती को बखूबी निभाते भी थे। एक दौर में तो बच्चन परिवार से तो उनकी दोस्ती की मिसालें दी जाती थीं। हालांकि बाद में जब दोनों के बीच ठनी तो अमर सिंह ने बच्चन परिवार को खूब भला-बुरा भी सुनाया।

अमर सिंह और अमिताभ बच्चन की पहली मुलाकात कोलकाता में हुई थी। एक इंटरव्यू में इसका जिक्र करते हुए अमर सिंह ने बताया था, ‘उन्हें पता चला कि अमिताभ कोलकाता के एक होटल में ठहरे हैं। इसके बाद वे सीधे अमिताभ से मिलने होटल में पहुंच गए…।’ धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती बढ़ी और घर आना-जाना शुरू हुआ।

ये वो दौर था जब अमर सिंह उत्तर प्रदेश की सियासत के ‘चाणक्य’ कहे जाने लगे थे और शिखर पर थे। लेकिन अमिताभ बच्चन मुश्किलों से गुजर रहे थे। अपनी कंपनी एबीसीएल के चलते उनपर दिवालिया होने की नौबत आ गई थी। उस वक्त अमर सिंह ने ही अमिताभ को इस मुसीबत से उबारा था।

‘अमर सिंह नहीं होते तो मैं टैक्सी चला रहा होता’: अमिताभ बच्चन की चर्चा होने पर ‘द संडे एक्सप्रेस’ से बातचीत में साल 2016 में अमर सिंह ने कहा था कि जो मेरे साथ नहीं है, उसे मैं भूल जाता हूं। जो समय बीत जाता है, वह वापस नहीं आता। मैंने अपने जीवन के 20 साल बच्चन परिवार को दिए। अपनी बेटियों से अधिक उनके बच्चों का ध्यान रखा। जब उनका जहाज डूब रहा था, घर नीलाम हो रहा था, वैसे गाढ़े वक्त में मैंने उनका साथ दिया था। अमिताभ ने स्वीकारा भी था कि ‘यदि अमर सिंह नहीं होते तो मैं मुम्बई में टैक्सी चला रहा होता।’

हर एक्ट्रेस को भेजा गया न्योता: बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में अमर सिंह ने कहा था कि अमिताभ के घर में हमेशा एक कमरा उनके लिए रिजर्व रहता था। कहा तो यह भी जाता है कि अमिताभ की असहमति के बावजूद जया बच्चन को सियासत में लाने वाले अमर सिंह ही थे।

अनिल अंबानी की वो पार्टी, जिसमें अमर सिंह और बच्चन परिवार झगड़ पड़े थे

दोनों की दोस्ती का आलम यह था कि एक बार अमर सिंह ने अमिताभ बच्चन के जन्मदिन पर पार्टी दी। इस पार्टी में अमिताभ के साथ काम कर चुकी हर एक्ट्रेस को बुलाया गया। इस पार्टी की हर तरफ चर्चा हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक मौका ऐसा भी आया जब अमिताभ के चक्कर में अमर सिंह शाहरुख से भिड़ गए थे और उन्हें खरी-खोटी सुना दी थी।

क्यों आई दोस्ती में दरार? अमर सिंह और बच्चन परिवार की दोस्ती में दरार की कई वजहें गिनाई जाती हैं। जब अमर सिंह को सपा छोड़नी पड़ी तो वे चाहते थे कि उनके साथ जया बच्चन भी पार्टी छोड़ दें, लेकिन वे इसके लिए तैयार नहीं हुईं। इससे अमर सिंह खासे नाराज हुए। अमर सिंह को हमेशा इस बात का दुख था कि जब वे ‘वोट फॉर कैश’ मामले में जेल में बंद थे, तब भी बच्चन परिवार से कोई उनसे मिलने नहीं आया।

अमर सिंह कहते थे, ‘ऐसा कोई सगा नहीं, जिसने मुझे ठगा नहीं।’ अमर सिंह और बच्चन परिवार के रिश्ते में दरार की एक वजह साल 2012 में अनिल अंबानी की पार्टी में जया बच्चन से हुई कहासुनी भी बताई जाती है। इस पार्टी में तमाम नामी-गिरामी लोग मौजूद थे। जिसमें बच्चन परिवार और अमर सिंह भी शामिल थे। पार्टी सबाब पर थी, इसी दौरान अमर सिंह की किसी बात पर जया बच्चन से बहस हुई और यह तल्ख होती चली गई।

अमिताभ को भला-बुरा कहने का मलाल भी था: हालांकि अपने आखिरी दिनों में अमर सिंह ने अमिताभ बच्चन से सार्वजनिक तौर पर माफी भी मांग ली थी। उन्होंने लिखा था, ‘हर साल की तरह इस साल भी मेरे पिताजी की पुण्यतिथि पर अमिताभ बच्चन का मैसेज आया। अब मैं जिंदगी के ऐसे मोड़ पर हूं, जहां जिंदगी और मौत से जूझ रहा हूं। मैं अमित जी और उनके परिवार के प्रति अपनी बयानबाजी के लिए खेद प्रकट करता हूं।’