अभिनेता प्राण कृष्ण सिकंद, जिन्हें प्राण के नाम से जाना गया, अपने अभिनय के लिए सदा याद किए जाएंगे। नेगेटिव किरदारों से उन्होंने अपनी जो छवि बनाई, उससे घर-घर में उन्हें पहचाना गया। कहा जाता है कि उनकी फ़ीस उस दौर के सुपरस्टार अभिनेताओं से अधिक होती थी। प्राण की नेगेटिव छवि का असर उनकी निज़ी जिंदगी पर भी होता था। लड़कियां उनसे डरती थीं। एक बार इसी तरह उनके एक दोस्त की बहन उन्हें अपने घर में देख बेहद गुस्सा हो गई थीं।

दोस्त ने जब अपनी बहन को प्राण से मिलाना चाहा तो वो प्राण को बिना देखे अंदर चलीं गईं। बाद में उन्होंने अपने भाई को डांटते हुए कहा था कि ऐसे गुंडे बदमाश को वो घर क्यों बुलाते हैं। प्राण ने इस दिलचस्प किस्से का ज़िक्र प्रभु चावला के शो, ‘सीधी बात’ में किया था।

उन्होंने बताया था, ‘सारी लड़कियां मुझसे डरती थीं। मैं दिल्ली में एक दोस्त के घर गया था। शाम को चाय के वक्त गया था। उनकी छोटी बहन मुझे नहीं जानती थीं कि मैं उनके भाई का दोस्त हूं। वो जब कॉलेज से घर वापस आईं, उन्होंने मुझे देखा। परिचय कराने के लिए जब मुझे मेरे दोस्त ने बुलाया तो वो अंदर चली गईं। फिर मैं होटल वापस आ गया था।’

प्राण ने आगे बताया था, ‘मेरे दोस्त का मुझे टेलीफोन आया। वो बोला कि तुम जानते हो, मेरी बहन क्या कह रही थी? कह रही थी कि ऐसे बदमाश और गुंडे को घर बिठाते हो आप?’

प्राण अभिनय से अपने किरदारों को जिंदा कर देते थे और इसलिए इंडस्ट्री में उनकी मांग सबसे ज्यादा थी। कहा जाता है कि जब राजेश खन्ना अपने करियर के बुलंदी पर थे तब प्राण का करियर भी पीक पर था। दोनों की फ़ीस इतनी अधिक होती थी कि निर्माता दोनों को एक साथ कास्ट नहीं कर पाते थे। फ़िल्म में या तो राजेश खन्ना को लिया जाता या प्राण को।

हालांकि बाद में जब अमिताभ बच्चन के आने से राजेश खन्ना का करियर ढलने लगा तब प्राण और राजेश खन्ना को साथ लेकर कई फिल्में बनीं जिनमें बेवफाई, सौतन, सीतापुर की गीता आदि फिल्में प्रमुख हैं। प्राण ने अमिताभ बच्चन के साथ भी कई फिल्मों में काम किया जिनमें अमर अकबर एंथनी, डॉन, शहंशाह, जंजीर, कालिया आदि फिल्में प्रमुख हैं।