कार्तिक आर्यन की फिल्म ‘भूल भुलैया 3’ दीवाली के मौके पर रिलीज हुई और बॉक्स ऑफिस पर जमकर कमाई कर रही है। फिल्म ने 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। मगर आप अगर द ओजी भूल भुलैया के फैन हैं तो आपकी इसके तीसरे पार्ट में बहुत सी कमियां और गलतियां नजर आएंगी। आइए जानते हैं कि वो कमियां क्या हैं?
अक्षय कुमार की फिल्म भूल भुलैया जब आई थी तब हॉरर कॉमेडी जॉनर की फिल्म खूब पसंद की गई। अक्षय कुमार की कॉमिक टाइमिंग, प्रियदर्शन का निर्देशन और शानदार कहानियां आपको हंसाने और डराने में कामयाब होती है। फिल्म में छोटी छोटी बारीकियों का ध्यान रखा गया था। पहले पार्ट की खासियत ये थी कि ये हॉरर कॉमेडी जरूर थी मगर फिल्म में असलियत में कोई भूत प्रेत नहीं होता है बल्कि ये एक साइक्लॉजिकल फिल्म थी, जिसमें विद्या बालन ने अवनी और मंजूलिका दोनों ही किरदार में जान डाल दिया था। विद्या ने फिल्म में कमाल का क्लासिकल डांस भी किया था, जिसमें सारे मूवमेंट्स परफेक्ट थे, जबकि वो नॉन डांसर हैं।
इसके बाद फिल्म का दूसरा भाग आता है, भूल भुलैया 2। फिल्म के निर्देशक अब प्रियदर्शन नहीं अनीस बज्मी थे, एक्टर अक्षय कुमार नहीं बल्कि कार्तिक आर्यन थे। फिल्म में इस बार असली मंजूलिका यानी कि असली भूत फिल्म में आ गया और उसकी बहन अंजूलिका का जिक्र भी मिला। इस फिल्म में सच का भूत आना ही भूल भुलैया फिल्म की असल कहानी से दूर होना था। मगर जब फिल्म का तीसरा भाग आया तो वो दूसरे से भी खराब निकला।
भूल भुलैया 3 ने महज 3 दिन में 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। फिल्म कई जगह हाउसफुल है। फिल्म ने पहले दिन 36.60 करोड़, दूसरे दिन 38.40 करोड़ और तीसरे दिन 35.20 करोड़ का बिजनेस किया और कुल 110.20 करोड़ का बिजनेस कर लिया है। मगर फिल्म की कहानी में दम नहीं है। खराब कहानी, खराब परफॉर्मेंस, यहां तक कि कार्तिक आर्यन कई जगह अक्षय कुमार की नकल करते दिखे। उनके बोलने और हंसने का स्टाइल भी कॉपी करते दिखे, जबकि कार्तिक को इसकी जरूरत नहीं थी। फिल्म को एक अच्छे स्क्रिप्ट राइटर की जरूरत थी, जो इस फ्रेंचाइज की कहानी के साथ न्याय कर पाते। यहां आप कार्तिक आर्यन की फिल्म भूल भुलैया 3 का पूरा रिव्यू पढ़ सकते हैं।
स्पॉइलर अलर्ट: भूल भुलैया 3 में विद्या बालन और माधुरी दीक्षित मंजूलिका और अंजूलिका नाम की दो बहनों के रोल में हैं। दोनों राजकुमारियां हैं, पहले तो राजघराने की राजकुमारियों को अपने भाई की शादी में डांस करते देखना ही अजीब था, दूसरा माधुरी इतनी अच्छी डांसर हैं और विद्या भी पहली भूल भुलैया में डांस का हुनर दिखा चुकी हैं मगर इस पार्ट में इतनी खराब कोरियोग्राफी हुई है कि जो ट्रेंड क्लासिकल डांसर हैं उन्हें ये अखर रहा है कि जबरदस्ती के हिप मूवमेंट्स और खराब कोरियोग्राफी ने दो शानदार एक्ट्रेसेज के साथ न्याय नहीं किया।
फिल्म की कहानी में भी कोई दम नहीं है। खासतौर पर फर्स्ट हाफ बेहद बोरिंग था। कहीं किसी सीन में हंसी नहीं आ रही थी, सारे एक्टर्स हमें हंसाने की बहुत कोशिश कर रहे थे मगर जब कहानी और डायलॉग में ही दम न हो तो कितने ही अच्छे एक्टर्स आप ले लें, सीन जानदार नहीं बन पाएगा। इस फिल्म के साथ भी यही हुआ। माधुरी दीक्षित, विद्या बालन, विजय राज, राजपाल यादव, अश्वनी कलसेकर और संजय मिश्रा जैसे कई बेहतरीन एक्टर्स का दुरुपयोग होते देखना कष्टदायक था। तृप्ति डिमरी तो पता नहीं क्या ही कर रही थीं? फिल्म लैला मजनूँ, कला और बुलबुल में उन्हें देखने के बाद एनिमल, विक्की विद्या का वो वाला वीडियो और भूल भुलैया 3 जैसी फिल्मों में उनके रोल का चयन हमें निराश करता है।
जब आप भूल भुलैया के फैन हैं और उसके नाम पर फिल्म देखने थियेटर जाएं तो सच में बेहद निराशा होती है। उम्मीद है कि भूल भुलैया का अगला भाग एक अच्छी कहानी के साथ आए या फिर न आए।