देश में बढ़ती महंगाई को लेकर जहां देश भर में लोग परेशान हैं। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडन के सामने कॉमेडियन ट्रेवर नोआह उनके आने के बाद महंगाई बढ़ने को लेकर तंज कस रहे हैं, जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति हंस रहे हैं।
देश भर में जहां महंगाई को लेकर कई सारे प्रदर्शन किए जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ लोगों का यह भी कहना है कि कोरोना के चलते भारत की अर्थव्यवस्था धराशायी हो गई है। ट्वीटर पर वरिष्ठ पत्रकार उमाशंकर ने लिखा, “ये लोकतंत्र होता है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडन के मुंह पर कॉमेडियन ट्रेवर नोआह उनके आने के बाद महंगाई बढ़ने को लेकर तंज कस रहे हैं लेकिन राष्ट्रपति हैं कि हंस रहे हैं। जेल नहीं भेज रहे हैं।
जिसे रीट्वीट करते हुए फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने लिखा कि नरेंद्र मोदी जी भी इतने ही उदार हैं। वो बहुत जल्द आम का सीजन आते ही श्याम रंगीला और कुणाल कामरा को प्रधानमंत्री आवास में मौका देंगे। विनोद कापड़ी के इस ट्वीट पर लोग अपनी राय दे रहे हैं।
एक यूजर ने लिखा कि मुझे लगता था, कापड़ी साहब को क्यों पार्किंग वाली घटना के लिए ट्रोल करना ! पर इनकी इन्हीं सब बातों की वजह से इनसे कोई संवेदना नहीं बनती ! एक यूजर ने सवाल पूछते हुए लिखा, “भारत में लोकतंत्र का मतलब सिर्फ़ जनता द्वारा वोट करके एक सरकार स्थापित करना मात्र है, वो जनता जो सरकार बनाती है, वह सरकार के विरुद्ध बोल नहीं सकती, वोट करते समय वह देश के नागरिक हैं, पर सरकार विरुद्ध बोलते ही वह देशद्रोही बन जाते है..?
एक यूजर ने पूछा कि श्याम रंगीला तक तो ठीक है, कुणाल कामरा कब कॉमेडियन हो गया? वैसे कॉमेडी तब तक अच्छी होती है जब तक वो ट्रोल ना बने। एक यूजर ने लिखा कि मतलब वो कह रहा है कि महंगाई तो वहां भी हो रही है पर तुम्हें अफसोस महंगाई का नहीं है, तुम्हें अफसोस इस बात का है कि यहां इंडिया में तुम पीएम का उसके सामने मुंह पर मजाक नहीं उड़ा पा रहे।
अभी कुछ दिन पहले भी विनोद कापड़ी ने देश में बिजली कटौती को लेकर कोयला संकट पर ट्वीट किया था, उन्होंने लिखा था कि “मेरे प्यारे देशवासियों, ये सब कुछ अच्छे दिन की श्रेणी में ही आता है। तकलीफ हो रही है तो जाओ भाड़ में। देश के लिए थोड़ा बहुत त्याग करना सीखो।”