सिनेमा जगत में अपनी एक्टिंग की अमिट छाप छोड़ने वाली एक्ट्रेस वहीदा रहमान एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं। एक्ट्रेस को सिनेमा जगत के सबसे बड़े पुरस्कार दादा साहब फाल्के अवॉर्ड के लिए चुना गया है।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने 53वें दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड के नाम का ऐलान किया है। बीते साल यह सम्मान आशा पारेख को दिया गया था। वहीं अब यह सम्मान वहीदा रहमान को दिया जाएगा।

अनुराग ठाकुर ने की घोषणा

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “मुझे यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी और सम्मान की अनुभूति हो रही है कि वहीदा रहमान जी को भारतीय सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए इस साल प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।”

“वहीदा जी को हिंदी फिल्मों में उनकी भूमिकाओं के लिए क्रिटिक्स द्वारा सराहा गया है। उनकी प्यासा, कागज के फूल, चौदहवी का चांद, साहेब बीवी और गुलाम, गाइड, खामोशी समेत कई अन्य फिल्में हैं। अपने 5 दशकों से ज्यादा के करियर में, उन्होंने अपने किरदार को बेहद खूबसूरती से निभाया है। इसी कारण उन्हें फिल्म रेशमा और शेरा में एक कुलवधू की भूमिका के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। पद्म श्री और पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित वहीदा जी ने एक भारतीय नारी के डेडिकेशन, सट्रेंथ और कमिटमेंट का एग्जाम्पल दिया है। जो अपनी कड़ी मेहनत से प्रोफेशनल लेवल पर भी ऊंचाइयों को छू सकती है।”

“ये एक ऐसा समय है जब ऐतिहासिक नारी शक्ति वंदन अधिनियम संसद द्वारा पारित किया गया है। इस दौरान इस लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से उन महिलाओं को सम्मानित किया जा रहा है जिन्होंने फिल्मों के बाद अपना जीवन समर्पित कर दिया है।”

इस फिल्म से किया था एक्ट्रेस ने डेब्यू

बता दें कि वहीदा रहमान का जन्म 3 फरवरी 1938 को चेन्नई में हुआ था और उन्होंने साल 1955 में तेलुगू इंडस्ट्री में कदम रखा था। इसके बाद 1956 में फिल्म सीआईडी से बॉलीवुड डेब्यू किया था। इस फिल्म में एक्ट्रेस के किरदार को बेहद पसंद किया गया था। वहीदा रहमान को साल 1965 में फिल्म गाइड के लिए फिल्म फेयर अवार्ड से नवाजा गया था।