बॉलीवुड एक्टर सलमान खान और विवेक ओबेरॉय के बीच जो विवाद हुआ था उस बारे में हम सभी को पता है। सलमान खान से अलग होने के बाद ऐश्वर्या राय, विवेक ओबेरॉय संग रिलेशनशिप में थीं। विवेक ने साल 2003 में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आरोप लगाया कि सलमान खान ने उन्हें धमकी दी थी। एक्टर ने अब इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को याद किया है। एक्टर का कहना है कि फिल्म उद्योग में डराने-धमकाने और पैरवी करने का एक “अंधेरा पक्ष” है। विवेक ने इस बारे में दोबारा बात की जब प्रियंका चोपड़ा ने हाल ही में बयान दिया कि कैसे उन्हें हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में विरोध का सामना करना पड़ा क्योंकि लोगों ने उन्हें फिल्मों में कास्ट करना बंद कर दिया, जिससे उन्हें आखिरकार हॉलीवुड का रुख करना पड़ा।
साल 2003 में विवेक ओबेरॉय ने की थी सलमान खान के खिलाफ पीसी
विवेक ने 1 अप्रैल 2003 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी जिसमें उन्होंने दावा किया था कि सुपरस्टार सलमान खान ने उन्हें फोन कॉल पर धमकी दी थी। विवेक उस समय कथित तौर पर सुपरस्टार की पूर्व प्रेमिका ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ रिश्ते में थे।
मुझे बिना काम के कोने में ढकेला गया- विवेक ओबेरॉय
उस समय को याद करते हुए, विवेक ने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा, “मुझे खुशी है कि मैं इससे बाहर निकला। मैं एक तरह से अग्नि परीक्षा से बच गया। लेकिन हर कोई इतना भाग्यशाली नहीं होता।” अभिनेता ने कहा कि जब वह पीछे मुड़कर देखते हैं, तो देखते हैं कि वो बहुत सारी “अनावश्यक चीजों” से गुजरे हैं, जिसने उन्हें पूरी तरह से थका दिया, उनका मनोबल गिरा दिया और बिना काम के एक कोने में धकेल दिया है।
“आखिरकार, मैं बहुत सी चीजों से गुजरा जो अनावश्यक थी। बहुत सारी लॉबी, बहुत सारी दबाने की कहानियां – प्रियंका भी इसी तरह की ओर इशारा कर रही हैं। दुर्भाग्य से, यह हमारे इंडस्ट्री की पहचान रही है। यह हमारे इंडस्ट्री के अंधेरे पक्षों में से एक रहा है। मुझे पता है कि यह कितना निराशाजनक है, यह किसी को बेहद थका हुआ महसूस करा सकता है।”
प्रियंका चोपड़ा पर बोले विवेक ओबेरॉय
अभिनेता ने कहा कि प्रियंका का बयान “प्रेरणादायक” था और बाहर निकलने, कुछ नया तलाशने के लिए सिटाडेल स्टार की सराहना की। विवेक ने कहा कि आज लोग बोलते हैं तो उनकी तारीफ होती है। “उन दिनों में जब मैंने इसके खिलाफ आवाज उठाई थी, हर ‘शुभचिंतक’ मुझे फोन करता था और कहता था, ‘इसके बारे में बात मत करो। यह एक फैमिली सीक्रेट की तरह है’। लेकिन अगर आपके परिवार में दुर्व्यवहार चल रहा है और आप इसके बारे में इसलिए नहीं बोलते क्योंकि यह एक फैमिली सीक्रेट है? यह तो बेवकूफी है। दुरुपयोग कैसे ठीक होगा? अब बेहतर हो रहा है। लोग अधिक मुखर हो रहे हैं।”
सुशांत सिंह राजपूत को लेकर क्या बोले विवेक ओबेरॉय
विवेक ओबेरॉय ने सुशांत सिंह राजपूत को लेकर भी बात की और कहा, “चाहे कुछ भी था सुशांत को कभी भी अपनी जान नहीं गंवानी चाहिए थी। यह बहुत दुखद है। प्रतिभाशाली युवक था और उसके पास दोस्तों का बेहतर नेटवर्क होना चाहिए था। आप इंडस्ट्री को परिवार कहते हैं, तो परिवार को एक-दूसरे के लिए होना चाहिए।’